जयपुर. बीजेपी विधायक मदन दिलावर ने कहा कि सीएम गहलोत ने जो बजट आज पेश किया है सिर्फ एक छलावा है इस बजट में कोई भी नई घोषणा नहीं करी गई केंद्र सरकार की योजनाओं का नाम बदलकर अपनी घोषणाओं के रूप में पेश किया है. आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय बढ़ाने की बात इस बजट घोषणाओं में करी गई है लेकिन केंद्र सरकार द्वारा पहले ही मानदेय बढ़ा दिया गया है. इस बजट में ना किसानों की कर्ज माफी की बात करी गई है ना महिला सुरक्षा की बात कही गई है और ना ही किसी तरह की कोई सरकार की आगे की बड़ी योजनाओं के बारे में जिक्र किया गया है. यह बजट सिर्फ एक खानापूर्ति के रूप में था.
गहलोत सरकार के बजट को लेकर बीजेपी ने कहा छलावा है वहीं पूर्व चिकिस्ता मंत्री कालीचरण सर्राफ ने कहा कि इस बजट में सरकार ने आम जनता की अपेक्षाओं को धोखा दिया है, गहलोत सरकार ने जो बजट पेश किया है दिशाहीन बजट है. यह भजन गरीब विरोधी किसान विरोधी बजट था. सरकार ने अपने घोषणा पत्र में कहा था कि शिक्षित बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा लेकिन बेरोजगारों को अभी तक बेरोजगारी भत्ता नहीं मिल रहा है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों की कर्ज माफी की बात करी थी लेकिन प्रदेश में किसी भी किसान का कर्ज माफ नहीं हुआ है. प्रदेश में राइट टू हेल्थ कानून लाया जाएगा लेकिन इस बजट में इस पर भी कुछ नहीं बोला गया.
सराफ ने कहा कि जयपुर एकमात्र बिसलपुर पेयजल सप्लाई पर निर्भर रहता है और बीसलपुर में सिर्फ मानसून का पानी आता है ऐसे में उम्मीद की जा रही थी कि बिसलपुर में कम होते पानी की आवक को बढ़ाने के लिए ब्राह्मणी नदी से जोड़ने के प्रोजेक्ट के ऊपर इस बजट भाषण में कोई घोषणा की जाएगी, लेकिन इस बारे में भी कोई घोषणा नहीं करी गई. सांगानेर से विधायक अशोक लाहोटी ने कहा कि जिस तरह के पहले से अनुमान था कि इस बजट में आम जनता के लिए कोई विशेष घोषणा नहीं होगी ठीक वैसा ही यह सिर बजट आंकड़ों का मायाजाल वाला बजट था. नाइस बजट में युवाओं के लिए कोई घोषणा नहीं करी गई ना महिलाओं के लिए कोई घोषणा करी गई. यह पूरी तरीके से दिशाहीन गहलोत सरकार का बजट था.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बजट में मुख्यमंत्री जी ने सदर में झूठ बोला उन्होंने कहा कि किसानों को 2000000 कर्ज माफ कर दिया गया है जबकि एक भी किसान का कर्ज माफ नहीं हुआ. वह सदन में डिबेट करने के लिए तैयार है उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से किसानों के नाम पर वोट जा रहे हैं लेकिन उनके लिए कांग्रेस सरकार ने कुछ नहीं किया, यह झूठ बोला गया कि बेरोजगारों के लिए भत्ता दिया जा रहा है जबकि बेरोजगारों को भत्ते के नाम पर कुछ भी नहीं दिया, इसलिए सरकार ने सिर्फ इस बजट के जरिए घोषणाओं का मायाजाल रचा है.