जयपुर. राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित मेडिकल ऑफिसर भर्ती परीक्षा का परिणाम जारी नहीं करके एसएमएस के जरिए अभ्यर्थियों को बुलाए जाने पर भाजपा ने एतराज जताया है. साथ ही भाजपा ने इस भर्ती में भ्रष्टाचार का आरोप भी लगाया है.
मेडिकल ऑफिसर भर्ती परीक्षा में भाजपा ने गहलोत सरकार पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप पूर्व चिकित्सा मंत्री और भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित इस भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब परीक्षा में 3100 एमबीबीएस डॉक्टर बैठे थे, तो उनके परिणाम की मेरिट लिस्ट जारी करना ही चाहिए. सराफ के अनुसार बिना मेरिट लिस्ट जारी किए अपने हिसाब से अभ्यर्थियों को बुलाकर जॉइनिंग देना कहीं ना कहीं भ्रष्टाचार को आश्रय देने के समान है.
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सराफ ने कहा कि 737 मेडिकल ऑफिसर की भर्ती के लिए व्यक्तिगत सूचना भेजकर दस्तावेज सत्यापन के लिए अभ्यर्थियों को 3 से 5 फरवरी तक बुलाया गया है, जो पिछले दरवाजे से अपने लोगों को नौकरी देकर उपकृत करने के समान है. सराफ ने प्रदेश सरकार से इस प्रक्रिया को तुरंत रोक कर, मेरिट लिस्ट जारी करने और मेरिट के आधार पर ही योग्य अभ्यर्थियों का चयन करने की मांग की.
पूर्व चिकित्सा मंत्री और भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने कहा कि ऐसा नहीं होने पर सरकार के इस कदम के खिलाफ भाजपा सड़कों पर भी उतरेगी और विधानसभा में भी यह मामला उठाया जाएगा.