जयपुर.रामगंज क्षेत्र में समाजसेवी हाजी रफत के जनाजे में हजारों लोगों के जुटने और कोरोना प्रोटोकॉल टूटने के मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनकी सरकार भाजपा के निशाने पर आ गई है. इस मामले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता व सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने गहलोत सरकार पर तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है.
गहलोत सरकार पर तुष्टीकरण का आरोप तुष्टीकरण कर सरकार अपना ही जनाजा निकाल लेगी
सतीश पूनिया ने हाजी रफत के जनाजे में कोरोना प्रोटोकॉल टूटने को गहलोत सरकार की नाकामी बताया और कहा कि बतौर गृहमंत्री अशोक गहलोत पूरी तरह फेल हुए हैं. यह पहली घटना नहीं जब गहलोत सरकार ने इस तरह के मामलों में तुष्टीकरण की राजनीति की हो. इससे पहले भी सरकार के ही कैबिनेट मंत्री के पिता के देहांत पर कोरोना प्रोटोकॉल को तोड़ा गया और अब रामगंज में मरहूम समाजसेवी के जनाजे में खुद सरकार के ही विधायक शामिल हुए.
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सतीश पूनिया ने कहा कि जनाजा महरूम समाजसेवी का था. लेकिन इस प्रकार गहलोत सरकार तुष्टीकरण करके अपना ही जनाजा निकाल लेगी. पूर्व विधायक घर में सुंदरकांड का पाठ करे तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाता है और सरकार की नाक के नीचे कोरोना प्रोटोकॉल टूटे तब गृहमंत्री मौन रहते हैं. पूनिया ने कहा कि अभी कोरोना खत्म नहीं हुआ. लेकिन इस प्रकार की घटनाएं सरकार की नाक के नीचे होना अतिनिंदनीय हैं.
कानून हर धर्म के लिए होता है
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और जयपुर ग्रामीण सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड ने गहलोत सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए. राठौड़ ने कहा कि समाजसेवी हाजी रफत अहमद के जनाजे में 3000 लोगों के एकत्रित होना कांग्रेस की तुष्टीकरण की राजनीति है. इस समय किसी का भी देहांत होना दुखद बात है और हम अपनी संवेदना प्रकट करते हैं. लेकिन जो तुष्टीकरण की राजनीति है. जहां अलग-अलग समुदाय के लिए अलग-अलग कानून हैं यह बिल्कुल गलत है और भाजपा इसका विरोध भी करती है.
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि जहां कांग्रेस की सरकार होती है वहां ये तुष्टीकरण की राजनीति करते हैं. जयपुर की ये घटना इसका खुला सबूत है. सरकार ने व्यवस्था बनाई हुई है कि कोरोना में दाह संस्कार में सीमित लोग ही शामिल हों. बावजूद इसके सरकार ने रामगंज में अपनी आंखें बंद कर ली और जनाजे की पूरी व्यवस्था भी की. राठौड़ ने आगे कहा कि अभी कोरोना खत्म नहीं हुआ है. ऐसे में सरकार को चाहिए कि तुष्टीकरण की राजनीति ना करे जिससे की कोरोना संक्रमण फिर से फैलने लगे.
कटारिया ने भी मुख्यमंत्री से मांगा जवाब
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने भी प्रदेश सरकार पर जुबानी हमला बोलते हुए बतौर गृहमंत्री मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से जवाब मांगा है. कटारिया ने कहा कि कानून सब धर्मों के लिए समान होता है. लेकिन जिस तरह प्रदेश सरकार धर्म विशेष के नाम पर तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है वह गलत है.