जयपुर. राजस्थान उर्दू शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अमीन कायमखानी ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा और मुस्लिम विधायक सार्वजनिक रूप से समाज से माफी मांगे. अमीन कायमखानी ने कहा कि 2 सितंबर और 5 सितंबर को जारी आदेश को शिक्षा मंत्री एकदम सही बता रहे थे, उस आदेश को वापस ले लिया गया है.
राजस्थान उर्दू शिक्षक संघ अमीन कायमखानी ने यह भी कहा कि बंद कमरे में सरकार से जो वार्ता हुई, उसको भी सार्वजनिक किया जाए. मुख्यमंत्री और सरकार इस मुलाकात के बारे में बयान जारी करें. अमीन कायमखानी ने कहा कि उर्दू तालीम को लेकर जिस तरह से प्रदेश भर में आंदोलन चल रहा था. उस आंदोलन को हाईजैक करने के लिए ही यह आदेश वापस लिया गया है, यह आदेश वापस लेकर उस आंदोलन को कमजोर किया गया है.
उन्होंने कहा कि उर्दू तालीम को लेकर बंद कमरे में सरकार के साथ जो बातचीत की गई है, उसमें उर्दू विशेषज्ञ को शामिल नहीं किया गया. यदि उर्दू तालीम को लेकर कोई वार्ता हो रही है तो उसमें उर्दू विशेषज्ञ और आंदोलनकारियों को साथ में लेना चाहिए था. आदेश को वापस लेने के अलावा भी हमारी कई मांगे थी. उन्होंने कहा कि उर्दू तालीम की कक्षा 1 से 5 तक की स्कूले 32 थी, जो घटकर 6 ही रह गयी.