जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को जयपुर वासियों को बड़ी सौगात दी. सीएम गहलोत ने (Big News for Jaipur People) जयपुर विकास प्राधिकरण की बहुप्रतीक्षित सोडाला एलिवेटेड रोड और 6 अन्य प्रस्तावित परियोजनाओं का उद्घाटन किया. इतना ही नहीं, उन्होंने रोड का नामकरण भी कर दिया है. गहलोत ने इसका नाम भारत जोड़ो मार्ग रखा है. जेडीए ने 2.8 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड का निर्माण किया है जो अंबेडकर सर्कल और सोडाला में एलआईसी भवन को जोड़ेगी.
जयपुर की दूसरी सबसे बड़ी एलिवेटेड की सौगात : जयपुर शहर में दूसरी सबसे बड़ी एलीवेटेड रोड की सौगात आम जयपुर वासियों को मिल गया. अम्बेडकर सर्किल से सोडाला तिराहे तक बनाई रोड का काम सवा 6 साल में पूरा हुआ है. इस रोड के शुरू होने से यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को 22 गोदाम सर्किल, हवा सड़क के ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी. वहीं, अम्बेडकर सर्किल से सोडाला सब्जी मंडी तक जाने में न केवल जाम से निजात मिलेगी, बल्कि समय बचेगा.
क्या कहा गहलोत ने, सुनिए... एलिवेटेड रोड का नाम रखा- भारत जोड़ो मार्ग : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एलिवेटेड रोड के उद्घाटन के बाद इस रोड का नाम भारत जोड़ो मार्ग रखा है. गहलोत ने कहा कि जिस तरीके से राहुल गांधी भारत जोड़ने के लिए यात्रा पर निकले हुए हैं, उसी से प्रेरणा लेते हुए इस मार्ग का नाम भारत जोड़ो मार्ग रखा है. यह मार्ग जयपुर वासियों के लिए आज से समर्पित हो गया है. इस ब्रिज से हर जाति-धर्म के लोग निकलेंगे. इस मार्ग के बनने से लोगों को रोड जाम से राहत मिलेगी.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि जिस तरीके से केंद्र सरकार ने देश को धर्म के नाम पर बंटा है, उसका परिणाम आगे जाकर खतरनाक साबित होगा. गहलोत ने कहा कि आज देश को एकजुट होने की जरूरत है. किसी भी तरह से कोई भी व्यक्ति के खून में कोई अंतर नहीं है. राहुल गांधी देश को एकजुट करने में लगे हैं. सीएम गहलोत ने इस दौरान केंद्र सरकार द्वारा राज्य सरकार की योजनाओं को रोके जाने पर भी कड़ी आपत्ति दर्ज कराई.
जयपुर की दूसरी सबसे बड़ी एलिवेटेड रोड का उद्घाटन बता दें कि पहले जेडीए ने स्वतंत्रता दिवस के दिन सोडाला एलिवेटेड रोड का उद्घाटन करने की योजना बनाई थी, लेकिन कार्य पूरा नहीं होने के कारण तिथि स्थगित कर दी गई. एलिवेटेड रोड का उद्घाटन होने के बाद (CM Gehlot Inaugurated Sodala Elevated Road) सोडाला और रामबाग सर्कल के बीच ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी. इस सड़क से लगभग 40 मिनट का यात्रा समय बचेगा और हवा सड़क पर भीड़-भाड़ कम होगी, क्योंकि यह 50 किमी प्रति घंटे की गति से नॉन-स्टॉप ड्राइव की पेशकश करेगी.
472 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन : इस परियोजना की कुल लागत 250 करोड़ रुपये है. बाकी परियोजनाओं की लागत कुल 222 करोड़ रुपये है. कुल मिलाकर 472 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन हुआ है. यह एलिवेटेड रोड अम्बेडकर सर्किल से सोडाला तिराहे तक 2.8 किलोमीटर लम्बाई की है और हवा सड़क चम्बल पावर हाउस से अम्बेडकर सर्किल तक दूसरी लेन की 1.8 किलोमीटर लंबाई की बनाई गई है. वहीं, इस बीच लेन में 119 पिल्लर और 113 स्पान बनाए गए हैं. सड़क पर चढ़ने और उतरने के लिए अलग-अलग रैंप बनाए गए हैं.
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6 अन्य परियोजनाओं का उद्घाटन : सीएम गहलोत ने गुरुवार को एलिवेटेड रोड के साथ 6 अन्य परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया. इसमें राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में 41.84 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले गेस्ट हाउस, जेडीए की योजना संकल्प नगर (सांझरिया) में करीब 73 करोड़ की लागत से (Road Condition in Jaipur) बनने वाले 43 MLD का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, पृथ्वीराज नगर उत्तर में 52 करोड़ रुपये की लागत से डाली जाने वाली सीवर लाइनों, लूनियावास-गोनेर रोड पर ड्रेनेज सिस्टम और वंदेमातरम रोड से मुहाना रोड तक मैन ड्रेनेज सिस्टम के कार्य का शिलान्यास किया गया.
वसुंधरा ने साधा निशाना : वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने हवा सड़क सोडाला एलिवेटेड रोड के लोकार्पण के तुरंत बाद एक बयान जारी कर प्रदेश कांग्रेस सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए. वसुंधरा राजे ने इस एलिवेटेड रोड के शुरू होने पर जयपुर वासियों को मुबारकबाद तो दी, लेकिन साथ ही प्रदेश कि गहलोत सरकार पर इस प्रोजेक्ट के काम को लेट करने का आरोप भी लगाया. वसुंधरा राजे ने कहा कि इस एलिवेटेड रोड का काम हमारी पिछली भाजपा सरकार ने साल 2016 में शुरू किया था, जिसे 2019 तक पूरा होना चाहिए था. लेकिन कांग्रेस सरकार की स्थिति और कार्यशैली के चलते यह काम पूरा होने में बहुत देर हो गई. वसुंधरा ने कहा कि फिर देर से आए लेकिन दुरुस्त आए.
सतीश पूनिया ने साधा निशाना- बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने इस मामले में देर रात एक ट्वीट कर लिखा की बेहतर होता यदि सड़क का नामकरण किसी महापुरुष के नाम पर होता. पूनिया ने कहा कि कुर्सी की असुरक्षा और जुगाड़ क्या नहीं करवाती. नेहरू खानदान की चापलूसी कांग्रेस की पुरानी परंपरा रही है. अब गजब हो गया जब भारत तोड़ने वालों ने जयपुर की एक सड़क का नामकरण 'भारत जोड़ो सेतु' किया. पूनिया ने लिखा बेहतर होता किसी महापुरुष के नाम पर होता, देखना दिलचस्प होगा कि कुर्सी बचती है या नहीं.