राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

BJP forms committee: भाजपा ने बनाई 5 सदस्यीय जांच समिति, अवैध खनन मामले में भरतपुर जाएंगे समिति सदस्य, देंगे तथ्यात्मक रिपोर्ट... - BJP forms committee

भरतपुर के डीग में अवैध खनन के विरोध में चल रहे साधु-संतों के आंदोलन और एक संत के आत्मदाह के मामले को लेकर प्रदेश भाजपा ने 5 सदस्यीय कमेटी बनाई (BJP committee in Bharatpur illegal mining protest) है. यह समिति भरतपुर के पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेगी. सभी पक्षों से बातचीत करेगी और अपनी तथ्यात्मक रिपोर्ट प्रदेश भाजपा नेतृत्व को सौंपेगी.

Bharatpur saint self immolation case, BJP forms committee
भाजपा ने बनाई 5 सदस्यीय जांच समिति, अवैध खनन मामले में भरतपुर जाएंगे समिति सदस्य, देंगे तथ्यात्मक रिपोर्ट...

By

Published : Jul 21, 2022, 3:54 PM IST

जयपुर.बृज के कामां क्षेत्र में अवैध खनन के खिलाफ चल रहे साधु संतों के आंदोलन और संत विजय दास के आत्मदाह प्रयास मामले (Bharatpur saint self immolation case) में प्रदेश की सियासत भड़क गई है. भाजपा ने इस मामले की जांच के लिए 5 सदस्यीय कमेटी का गठन किया (BJP forms committee) है. जिसमें अलवर सांसद बाबा बालक नाथ, पूर्व मंत्री प्रभु लाल सैनी, गजेंद्र सिंह खींवसर और पूर्व विधायक राजकुमारी जाटव व बनवारी लाल सिंघल को शामिल किया गया है.

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया के निर्देश पर इस कमेटी का गठन किया गया है. हालांकि पहले 3 सदस्य कमेटी बनाई गई थी, लेकिन बाद में प्रभु लाल सैनी और पूर्व विधायक बनवारी लाल सिंघल का नाम लिस्ट में जोड़ दिया गया. अब कमेटी के सदस्य भरतपुर पहुंचकर इस पूरे घटनाक्रम की तथ्यात्मक जानकारी लेंगे और सभी पक्षों से बातचीत करने के बाद अपनी रिपोर्ट प्रदेश भाजपा नेतृत्व को सौंपेंगे. माना जा रहा है अगले 2 दिन में यह कमेटी क्षेत्र में पहुंचकर तमाम बिंदुओं की जानकारी लेगी और अपनी रिपोर्ट पार्टी को सौंपेगी.

पढ़ें:Bharatpur Big News : साधु-संतों का धरना समाप्त, 15 दिन में वन क्षेत्र घोषित व 2 माह में हो जाएगी वैध खदानों की शिफ्टिंग...

सरकार पर दबाव बनाने के लिए बनती है कमेटियां: हालांकि राजस्थान में जितनी भी बड़ी घटनाएं होती हैं,उसकी जांच के लिए विपक्ष में बैठी भाजपा संगठनात्मक स्तर पर कुछ नेताओं की समिति बना देती है, जो मौके पर घटना की जानकारी और तथ्यात्मक रिपोर्ट लाकर प्रदेश नेतृत्व को दे देती है. हालांकि इस प्रकार की कमेटियों के जरिए केवल बीजेपी प्रदेश सरकार और प्रशासन पर दबाव बनाने का ही काम करती है जिससे बीजेपी को कुछ सियासी फायदा भी मिल सके.

ABOUT THE AUTHOR

...view details