जयपुर.मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सोमवार के दिन मुख्यमंत्री निवास पर अलग-अलग दानदाताओं और संस्थाओं की ओर से 5 करोड़ 19 लाख 53 हजार 630 रुपए के चेक मिले. ये राशि 'कोविड़-19 राहत कोष' में कोरोना वायरस से निपटने के लिए खर्च की जाएगी. मुख्यमंत्री को उच्च शिक्षा राज्यमंत्री भंवर सिंह भाटी ने राजकीय डूंगर महाविद्यालय बीकानेर की बचत राशि में 5 करोड़ रुपए और बीकानेर के अन्य दानदाताओं की ओर से 44 हजार की राशि के चेक 'कोविड-19 राहत कोष' के लिए भेंट किए.
कोरोना वायरस से लड़ाई में आगे आए भामाशाह, 5 करोड़ 19 लाख रुपए कोविड-19 राहत कोष में दिए
सोमवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अलग-2 भामाशाहों और संस्थाओं की तरफ से 5 करोड़ से अधिक की राशि के चेक मिले. ये राशि भामाशाहों ने कोरोना से लड़ाई के लिए राज्य सरकार के 'कोविड-19 राहत कोष' में जमा करवाए हैं.
गहलोत को जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर के कुलपति प्रो. पीसी त्रिवेदी ने विश्वविद्यालय के सेवानिवृत शैक्षणिक कार्मिकों की ओर से दिए गए स्वैच्छिक अंशदान की राशि 16 लाख 27 हजार 530 रुपए के डिमाण्ड ड्राफ्ट कोविड-19 राहत कोष के लिए दिए. मुख्यमंत्री को पूर्व विधायक भगवान सहाय सैनी ने जयपुर जिले के चौमू क्षेत्र के विभिन्न दानदाताओं की तरफ से 2 लाख 82 हजार 100 रुपए के चेक 'कोविड-19 राहत कोष' के लिए भेंट किए.
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गहलोत ने इस सहयोग के लिए सभी दानदाताओं, भामाशाहों और संस्थाओं को धन्यवाद दिया. बता दे कि इस वैश्विक महामारी में लोगों को आगे आकर सरकार की मदद की अपील मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने की थी. सीएम गहलोत ने भामाशाहों से इस संकट में आर्थिक सहायता देने की अपील के बाद प्रदेश के भामाशाह बड़ी संख्या में आगे आये और आर्थिक योगदान दिया.