जयपुर. प्रदेश में निकाय चुनाव की रणभेरी बज चुकी है. कांग्रेस के साथ बीजेपी भी इसकी तैयारियों में जोर-शोर से जुड़ चुकी है. लेकिन राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी इन चुनाव में असमंजस की स्थिति बनी हुई है. वह इसलिए क्योंकि आरएलपी संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल खुद पिछले कई दिनों से केंद्रीय कृषि कानून के खिलाफ शाहजहां बॉर्डर पर धरने पर बैठे हुए हैं.
पार्टी संयोजक हनुमान बेनीवाल किसान आंदोलन में व्यस्त हां, लड़ेंगे चुनाव..लेकिन कहां से, जवाब नहीं
पिछले दिनों हुए 50 निकायों के चुनाव में आरएलपी ने कई जगह अपने प्रत्याशी खड़े किए थे. मौजूदा समय में 90 निकायों के चुनाव को लेकर अब तक कोई भी तैयारी आरएलपी की नजर नहीं आती. आलम यह है कि इन चुनाव में आरएलपी किन-किन निकायों में अपने प्रत्याशी उतारेगी. इसे लेकर भी अब तो कोई खाका पार्टी के स्तर पर तैयार नहीं किया गया. पार्टी के कर्ता-धर्ता और संयोजक हनुमान बेनीवाल तो शाहजहांपुर बॉर्डर पर धरने पर बैठे हैं. पार्टी प्रदेश अध्यक्ष और विधायक पुखराज गर्ग इस धरने में आते जाते रहते हैं. ऐसे में आरएलपी के स्तर पर 90 निकायों के चुनाव को लेकर प्रारंभिक तौर पर कोई बैठक नहीं हुई.
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आरएलपी प्रदेश अध्यक्ष पुखराज गर्ग से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने निकाय चुनाव में प्रत्याशी उतारने की बात तो कही. लेकिन किन निकायों में यह प्रत्याशी उतारे जाने हैं उसका जवाब नहीं दे पाए. मतलब साफ है कि इन चुनावों में आरएलपी फौरी तौर पर जहां पार्टी का जनाधार है, वहां प्रत्याशी उतारेगी. लेकिन सभी 90 निकायों में पार्टी की ओर से प्रत्याशी नहीं उतारे जाएंगे.
निकाय चुनाव में आरएलपी की स्थिति असमंजस में 50 निकायों के चुनाव में नहीं मिली थी वांछित सफलता
पिछले दिनों हुए 50 निकायों के चुनाव में भी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने कई निकायों में अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे थे. लेकिन सफलता के नाम पर आरएलपी को कुछ नहीं मिला. पिछले चुनाव में महज एक ही पार्षद राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का जीत पाया. ऐसे में 90 निकायों के होने वाले चुनाव में आरएलपी सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे, इसकी संभावना कम है पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पुखराज गर्ग भी यही कहते हैं कुछ जिलों में पार्टी के प्रत्याशी उतारे जाएंगे.