जयपुर. राजस्थान विधानसभा से लेकर राजधानी की सड़कों पर शुक्रवार को बहरोड़ से निर्दलीय विधायक बलजीत यादव का अनूठा प्रदर्शन चर्चा का मुद्दा रहा. जहां एक तरफ सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों ने सदन के अंदर और बाहर यादव के इस विरोध के तरीके को लेकर गुहार लगाई, तो दूसरी तरफ यह मसला भी छाया रहा कि आखिर क्यों विधायक ने दिनभर दौड़ (Behror MLA Baljeet Yadav 108 km marathon in Jaipur) लगाई और इससे वह क्या हासिल करना चाहते हैं?. ईटीवी भारत ने सेंट्रल पार्क के ट्रैक पर दौड़ते हुए यादव से जब इस सिलसिले में दौड़ के समापन पर बात की तो उन्होंने बताया कि यह सजा वह एक जनप्रतिनिधि होने के नाते से खुद को दे रहे हैं.
बलजीत यादव ने क्यों दी खुद को सजा बलजीत यादव ने निर्दलीय होकर बहरोड़ से चुनाव लड़ा था. वे लगातार युवाओं की आवाज बनने का दावा करते हैं. इस साल जब रीट के बाद सिलसिलेवार तरीके से युवाओं के साथ प्रतियोगी परीक्षाओं में होने वाली धांधली का मसला राष्ट्रीय स्तर पर छाया रहा तो उन्होंने इस पूरे मसले पर खुद को जनप्रतिनिधि के तौर पर लाचार पाया. लिहाजा उनका यह कहना था कि विधानसभा में बेरोजगारों की मांग पूरी नहीं करवा पाए, तो वह लगातार 12 घंटे से विधानसभा के नजदीक और सचिवालय के सामने बने सेंट्रल पार्क के ट्रैक पर दौड़कर खुद को सजा दे रहे हैं. दिनभर में तकरीबन यादव ने 108 किलोमीटर की दौड़ पूरी की.
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सेंट्रल पार्क का ट्रैक पर 108 किलोमीटर की दौड़
जयपुर का सेंट्रल पार्क बड़े-बड़े ब्यूरोक्रेट्स से लेकर जनप्रतिनिधियों के लिए फिटनेस का सेंटर रहा है . इस पार्क का पूरा चक्कर यहीं कोई लगाए तो यह सचिवालय के सामने से होकर स्टेच्यू सर्किल से लेकर नारायण सिंह सर्किल, लीलीपूल होकर रामबाग गोल्फ कोर्ट और पोलो मैदान से सटकर फिर से सचिवालय के सामने जनपथ पर खत्म होता है. इस पार्क का यह ट्रैक करीब साढ़े चार किलोमीटर का है . इस लिहाज से देखा जाये, तो बारह घंटे के दरमियान विधायक बलजीत यादव ने यहां दौड़ कर 108 किलोमीटर का रन पूरा किया जो की 24 चक्कर होते हैं. इसी तरह से अगर फुल मैराथन को देखा जाए तो 42.195 किलोमीटर की मैराथन के लिहाज से ढाई मैराथन आज एमएलए यादव ने पूरी कर ली.
सेंट्रल पार्क में दौड़े बलजीत यादव
काले कपड़े पहनकर सेंट्रल पार्क पहुंचे विधायक बलजीत यादव ने सूर्य उदय के साथ दौड़ना शुरू किया. वे सूर्यास्त तक लगातार दौड़ते रहे. यादव ने कहा कि मैने विधानसभा में पेपर लीक गैंग के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने , गुरुकुल यूनिवर्सिटी फर्जीवाड़े के दोषियों गिरफ्तारी की मांग उठाई थी. लेकिन उस पर सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया. यादव ने कहा कि मेरे पास हर दिन हजारों बेरोजगार इसी पीड़ा को लेकर आते हैं कि पेपर लीक गैंग की बजह से मेहनत करने वाले युवाओं को नौकरियां नहीं मिल रही हैं. पहले तो भर्तियां नहीं निकलती. निकलती है तो फिर एग्जाम नहीं होता. एग्जाम होते हैं तो पेपर लीक हो जाता है और कुछ परीक्षाएं विसंगति के कारण हाईकोर्ट में फंस जाती हैं. उन्होंने कहा कि जिस युवा बेरोजगार के माता-पिता ने कर्जा लेकर उसे कोचिंग के लिए जयपुर भेजा, वो कोचिंग की फीस दे रहा है, मकान का किराया दे रहा है और इंतजार कर रहा है कि उसका जल्द से जल्द सलेक्शन हो जाए. लेकिन पांच 5-5 साल तक उसे यह नहीं पता कि उसका सलेक्शन होगा भी या नहीं.
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स्वयं को दे रहा हूं सजा
बलजीत यादव ने कहा कि, ‘मैं सरकार के खिलाफ रोष प्रकट कर रहा हूं. दम घुटता है जब लोग इस तरह से निर्लज्जता दिखा रहे हैं. इसके प्रति रोष तो प्रकट कर ही सकता हूं, इसलिए स्वयं को सजा देकर सरकार को बताना चाहता हूं कि प्रदेश का युवा कितना पीड़ित है. 23 राज्य ऐसे हैं जहां पर प्रदेश के युवा को नौकरी नहीं दी जा रही है. प्रदेश सरकार नौकरी दे नहीं रही हैं तो ये युवा बेरोजगार कहां जाएंगे?. राजस्थान के युवा की नौकरी पर डाका क्यों डाला जा रहा है?’ ‘जनता लाचार है, मैं इन गुंडों से नहीं लड़ सकता. इसलिए मुझे अपना गुस्सा जाहिर करना है.’ उन्होंने कहा कि 'मैं कमजोर नहीं जो आत्महत्या कर लूं , इसलिए मुझे लगा कि मैं जब बेरोजगारों की उम्मीद को पूरा नहीं कर पा रहा हूं तो खुद को सजा दूं, इसलिए मैने सूर्य उदय के साथ दौड़ना शुरू किया जो कि सूर्यास्त तक जारी रही'.
गुरुकुल यूनिवर्सिटी फर्जीवाड़े के दोषियों के खिलाफ करनी होगी कार्रवाई
सीकर से 30 किलोमीटर आगे कागजों में बनी गुरुकुल यूनिवर्सिटी के नाम से सामने आए फर्जीवाड़े को लेकर बलजीत यादव ने कहा कि, ‘कुलपति बिना बिल्डिंग के बने ही रिपोर्ट बनाकर सरकार को बता रहे हैं कि बिल्डिंग बन चुकी है. जबकि धरातल पर खाली जमीन है. सरकार आंखों देखी मक्खी कैसे निगल रही है. सरकार उस यूनिवर्सिटी को मान्यता भी दे रही है. पता चलने पर बिल वापस ले लिया गया. सरकार ने माना भी कि बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है, लेकिन उसके बाद भी किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई. उन सभी लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी होगी.
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पेपर लीक गैंग के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग
REET सहित अन्य परीक्षाओं की पेपर लीक गैंग के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए विधायक बलजीत यादव का ने कहा कि, ‘पेपर लीक का मुख्य आरोपी रामकृपाल मीणा निजी विद्यालय चलाता है. उसके विद्यालय में विभिन्न भर्ती परीक्षाओं का सेंटर भी दिया जाता है. वह बेरोजगारों से मोटी रकम लेकर नौकरी लगवाने की गारंटी लेता है. इसके लिए पेपर उसके पास रहते हैं. परीक्षा में पेपर खराब होने पर ओएमआर शीट को बदलवाने के लिए भी 10 लाख रुपए लेता है. विधायक यादव ने पेपर लीक गैंग के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है. उन्होंने विधानसभा में उठाई अपनी मांग को दोहराते हुए कहा कि भर्ती कैलेंडर जारी होना चाहिए, ताकि बेरोजगार युवा को शेड्यूल तो पता रहे .
पक्ष विपक्ष के जनप्रतिनिधियों ने की मनाने की कोशिश
जब बलजीत यादव सेंटर पार्क में दौड़ लगा रहे थे तो उनकों मानाने कई पक्ष विपक्ष ने नेता पहुंचे. सबसे पहले नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ , उसके बाद मंत्री महेश जोशी , महेंद्र चौधरी , बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया सहित कई पार्टी के नेता पहुंचे. इस दौरान गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री महेश जोशी और मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी ने तो उन्हें रोकने की कोशिश की कहा कि आप की जो भी मांग है उसे पूरा किया जाएगा. जोशी ने ट्रैक रोककर बलजीत यादव को दौड़ रोकने और मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष से बातचीत करने का न्योता दिया. लेकिन बलजीत यादव नहीं माने यादव ने ईटीवी भारत से कहा कि ‘उनका संकल्प लिया हुआ है और वह उसे पूरा कर के ही दम लिया. बीच में अपना संकल्प तोड़ने वाले नहीं थे , यादव ने कहा कि 'मैं कोई संकल्प लेता नहीं और लेता हूं तो उसे पूरा करके दम लेता हूं' .