जयपुर. 5 जुलाई को गुरु पूर्णिमा है और देश में प्राचीन समय से गुरु शिष्य परंपरा चली आ रही है. इसको लेकर प्रदेश के ऊर्जा जलदाय व कला व संस्कृति मंत्री बीडी कल्ला ने प्रदेशवासियों को गुरु पूर्णिमा पर्व की शुभकामनाएं दी है. साथ ही उन्होंने इस पर्व का महत्व और गुरु शिष्य परंपरा क्या है, उसकी भी जानकारी दी. आप भी सुनिए गुरु पूर्णिमा का महत्व मंत्री बीडी कल्ला की जुबानी..
हर किसी व्यक्ति के जीवन में गुरु का अहम महत्व होता है. गुरु ही है जो शिष्य को सही राह दिखा कर उसमें ज्ञान की ज्योति प्रकाशित करता है. प्रदेश के ऊर्जा जलदाय व कला व संस्कृति मंत्री डॉक्टर बीडी कल्ला ने इस पर्व का महत्व और गुरु शिष्य परंपरा क्या है, उसकी भी जानकारी दी. गुरु शिष्य परंपरा रही आदमी की नैतिक चारित्रिक और आध्यात्मिक विकास का आधार-ऊर्जा जलदाय व कला व संस्कृति मंत्री डॉक्टर बीडी कल्ला के अनुसार गुरु ही ब्रह्मा, विष्णु और महेश हैं. मतलब गुरु साक्षात ईश्वर स्वरूप होता है. कल्ला ने कहा कि देश में गुरु-शिष्य परंपरा प्राचीन समय से ही चली आ रही है और व्यक्ति में नैतिक चारित्रिक और आध्यात्मिक विकास का आधार ही गुरु शिष्य परंपरा रही है.