जयपुर. राजधानी जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क से एक और बुरी खबर सामने आई है. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में बुधवार को बब्बर शेर सिद्धार्थ की मौत हो गई. बुधवार की सुबह करीब 3 बजे बब्बर शेर सिद्धार्थ की दहाड़ हमेशा के लिए शांत हो गई. बता दे की 2 दिन में एक बाघ और एक शेर की मौत हो चुकी है.
बब्बर शेर सिद्धार्थ की हुई मौत बब्बर शेर सिद्धार्थ को लेप्टोस्पायरोसिस होने का अंदेशा जताया जा रहा है. लेकिन मौत की असली वजह पोस्टमार्टम की बाद ही सामने आ पाएगी. 2 दिन में दो शेरों की मौत होने से नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क प्रशासन समेत तमाम वन्यजीव प्रेमी स्तब्ध हैं. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क प्रशासन का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का असली कारण बताया जा सकेगा.
गौरतलब है की 1 दिन पहले मंगलवार को बाघ रुद्र की मौत हो गई थी. रुद्र बाघिन रंभा का शावक था. बता दे की 15 साल के लंबे प्रयासों के बाद नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में या यूं कहें कि जयपुर में पहली बार 2 बाघ शावकों का जन्म हुआ था. पिछले साल बाघ शावक रिद्धि की भी मौत हो चुकी है. कुल मिलाकर पिछले 10 माह में 5 बाघों की मौत हो चुकी हैं. सिद्धार्थ नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क की शान था. पार्क में आने वाले सैलानियों के लिए सिद्धार्थ आकर्षण का केंद्र रहता था.
नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क की शान पढ़ेंःअजमेरः COVID-19 की नई लैब का शुभारंभ, मेडिकल कॉलेज ने खरीदे 5 करोड़ के उपकरण
बाघिन रंभा के शावक रिद्धि, शेरनी सुजैन और सफेद बाघिन सीता की पहले ही मौत हो चुकी थी. वहीं मंगलवार को बाघ शावक रुद्र की मौत हो गई. जिसके बाद बुधवार को बब्बर शेर सिद्धार्थ की भी मौत हो गई. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में वन्यजीवों की मौत से वन विभाग में शोक का माहौल बना हुआ है. पिछले साल कैनाईल डिस्टेंपर वायरस के कहर के चलते नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में 19 सितंबर 2019 को एशियाटिक शेरनी सूजेन की मौत हुई थी. सुजैन की प्रारंभिक जांच में आईवीआरआई की टीम ने कैनाईल डिस्टेंपर वायरस होने की पुष्टि की थी. मेडिकल बोर्ड की ओर से बब्बर शेर सिद्धार्थ का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा. पोस्टमार्टम करने के बाद शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा.