जयपुर. राजस्थान विधानसभा में आज भामाशाह स्वास्थ्य योजना को बंद कर राजस्थान में आयुष्मान भारत महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना लागू करने और निजी अस्पतालों को पेमेंट नहीं करने पर उन निजी अस्पतालों में इलाज बंद होने और इस योजना के केवल राजस्थान के अस्पतालों में ही इलाज करवाने संबंधी सवाल उठा. जिस पर मंत्री रघु शर्मा ने जवाब देते हुए कहा कि यह योजना 2015 में पूर्ववर्ती सरकार के समय में लागू हुई. 2015 से 2017 तक 2 साल के लिए लागू की गई, फिर इसके बाद 2017 से 2019 तक 2 फेज पूरे हो चुके. अब यह तीसरे फेज का काम चल रहा है.
मंत्री ने कहा कि पहले प्रदेश में 1 करोड़ 10 लाख को फायदा मिलेगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस योजना का लाभ केवल राजस्थान में ही मिलेगा. यह योजना लागू होते ही हमने बता दिया था. इसके बाद विधायक अनिता भदेल ने मंत्री से पूछा कि क्लेम की राशि जो हॉस्पिटल मांग रहे हैं, जिसके कारण से अस्पतालों ने इलाज करना बंद कर दिया है. वह क्लेम की राशि सेक्टर 67 करोड़ 74 लाख रुपए सिर्फ 2019 और 2020 के 12 महीना के बाकी हैं. यह राशि का भुगतान कब तक होगा, ताकि निजी अस्पताल इलाज शुरू करें. इस पर रघु शर्मा ने कहा कि किसी भी प्राइवेट अस्पताल में इलाज करना बंद नहीं किया. पूर्ववर्ती सरकार की भामाशाह योजना अच्छी थी, लेकिन लागू गलत तरीके से किया. अस्पतालों को जिस तरीके से संबद्ध किया 67 करोड़ 74 लाख जो पैसा बकाया है, उसमें से 23.30 करोड़ रुपए का भुगतान कर दिया है. बाकी भुगतान भी 31 मई तक हो जाएगा, लेकिन यह जो दुष्प्रचार कर रहे हैं कि प्राइवेट अस्पतालों ने इलाज करने से मना कर दिया, यह स्थिति कहीं नहीं है.