जयपुर. राजस्थान वानिकी एवं वन्यजीव प्रशिक्षण संस्थान की ओर से जमवारामगढ़ के बूज गांव और जवाहर नगर बस्ती के राजकीय विद्यालयों में जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस दौरान विद्यार्थियों को खेल-खेल में वन और वन्यजीवों के संरक्षण का महत्व समझाया गया.
वन और पर्यावरण के साथ ही वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर भी विद्यार्थियों के साथ ग्रामीणों को भी जागरूक किया गया. बताया गया कि किस तरह से सभी लोग वन्यजीव और वन संरक्षण में अपना योगदान दे सकते हैं. वनों का काफी महत्व है. पर्यावरण सुरक्षित रहेगा तो मानव जीवन भी सुरक्षित होगा. इसके साथ ही सभी से ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करने के लिए भी जागरूक किया गया. इस मौके पर पौधारोपण के महत्व को भी समझाया गया.
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राजस्थान वानिकी एवं वन्यजीव प्रशिक्षण संस्थान के डीएफओ नरेश चंद्र शर्मा के मुताबिक कार्यशाला में जमवारामगढ़ के बूज गांव और जवाहर नगर बस्ती के राजकीय विद्यालय के विद्यार्थियों को वृक्षों की कीमत वनों की सुरक्षा और विकास में उनकी भूमिका सरल तरीके से समझाई गई. स्थानीय वन सुरक्षा समिति के सदस्यों ने विद्यार्थियों को जागरूक किया. विद्यार्थियों को बताया गया कि किसी तरह से विद्यार्थी पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में अपना योगदान दे सकते हैं.
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वन सुरक्षा समिति के सदस्यों ने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वह अधिक से अधिक पौधा रोपण करते हुए पर्यावरण की रक्षा में बढ़-चढ़कर भाग ले. डीएफओ के मुताबिक जागरूकता कार्यक्रम जयपुर, दोसा और कोटा जिले के राजकीय विद्यालयों में एक साथ संचालित किया जा रहा है. इस दौरान वन विभाग के अधिकारी विद्यार्थियों से पर्यावरण संबंधित प्रश्न भी पूछ रहे हैं. प्रश्नों का सही उत्तर देने वाले विद्यार्थियों को मौके पर ही "पर्यावरण शिक्षा" नामक पुस्तक भेंट कर उन्हें पुरस्कृत भी किया जा रहा है. कार्यशाला में बड़ी संख्या में विद्यार्थियों के अलावा प्रधानाध्यापक और ग्रामीण भी भाग ले रहे हैं.