जयपुर.राजस्थान के कोटा में स्वयंसेवक संघ के जिला संघचालक दीपक शाह पर फायरिंग की घटना सामने आई है. हमलावरों में से एक हमलावर हिस्ट्रीशीटर है. हालांकि, सरकार की ओर से मामला आपसी विवाद का बताया जा रहा है, लेकिन घटना उस समय हुई जब कोटा के रामगंज मंडी में RSS जिला संघचालक दीपक शाह राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा इकट्ठा कर रहे थे. भाजपा का आरोप है कि राम मंदिर के लिए चंदा इकट्ठा करने के विरोध में यह कार्रवाई हुई है और कांग्रेस की सरकार इस मामले में सही से कार्रवाई नहीं कर रही है.
स्वयंसेवक पर फायरिंग मामले में राजनीतिक बयानबाजी तेज... इस मामले में मंत्री राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में आम आदमी खुद को सेफ नहीं मान रहा है. सरेराह गैंगवार हो रही है, कोटा की घटना भी इसी का प्रतीक है. यहां तक कि राम मंदिर निर्माण में सहयोग राशि इकट्ठा कर रहे लोगों पर भी इस तरीके से हमला किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में कानून-व्यवस्था मृतप्राय है. कोटा में राम जन्मभूमि निर्माण में आर्थिक सहयोग करने वाली टोली पर इस तरीके से हमला करने की हम निंदा करते हैं.
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वहीं, पूर्व शिक्षा मंत्री और भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि कोटा में जिस तरीके से राम जन्मभूमि के निर्माण के लिए धनराशि इकट्ठा कर रहे स्वयंसेवक संघ के जिला संघचालक पर गोलियां चल रही हैं, यह राम मंदिर निर्माण के लिए जो संघ को सफलता मिल रही है, इससे कुछ लोगों की बौखलाहट है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस के आरएसएस और राम मंदिर के खिलाफ वातावरण बनाने के चलते ऐसी सांप्रदायिक स्थितियां पैदा हो गई हैं. उन्होंने कहा कि हम सरकार से मांग करते हैं कि जिस तरीके से कांग्रेस के नेता आरएसएस के खिलाफ बातें रखते हैं, उसे बंद किया जाए.
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इस मामले में सरकार की ओर से मंत्री शांति धारीवाल से जब यह पूछा गया कि RSS कार्यकर्ता होने के चलते यह गोलीबारी की घटना हुई है तो उन्होंने कहा कि क्या प्रदेश में एक ही आरएसएस का कार्यकर्ता मिला गोली मारने के लिए, जबकि RSS कार्यकर्ता सैकड़ों की तादाद में हैं. उन्होंने कहा कि इस में आरएसएस के कार्यकर्ता होने का कोई कारण नहीं है. यह आपसी विवाद रहा होगा. हालांकि जांच के बाद सामने आ जाएगा कि इस घटना के पीछे कारण क्या रहे. वहीं, भाजपा के आरोपों को लेकर उन्होंने कहा कि भाजपा राम मंदिर के नाम पर भी पॉलिटिक्स करती है. वह मंदिर को भी नहीं छोड़ रही, जबकि हकीकत यह है कि तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.