जयपुर. राजस्थान में पिछले एक पखवाड़े से जारी सियासी ड्रामे में हर दिन दिलचस्प मोड़ सामने आ रहा है. पायलट की नाराजगी से शुरू हुआ राजनीतिक खींचतान कोर्ट होते हुए राजभवन पर आकर टिक गया है. वहीं, कांग्रेस और भाजपा के बीच बयानों के तीर जमकर छोड़े जा रहे हैं. बात करें सोमवार की तो स्पीकर सीपी जोशी ने सुप्रीम कोर्ट में दायर एसएलपी को वापस ले लिया. जबकि, भाजपा विधायक मदन दिलावर की ओर से दायर याचिका को हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया है. कोर्ट परिसर से बाहर राजनीति के मैदान में क्या कुछ हुआ, किसने किस पर चलाए शब्दों को बाण ये सब कुछ जानने के लिए पढ़िए ये खास रिपोर्ट.
स्पीकर ने सुप्रीम कोर्ट से वापस ली SLP
सोमवार सुबह सचिन पायलट से जुड़े मामले में नया मोड़ आया जब स्पीकर ने सुप्रीम कोर्ट से अपनी विशेष अनुमति याचिका वापस ले ली. सुप्रीम कोर्ट ने नए सिरे से याचिका पेश करने की अनुमति देते हुए एसएलपी को वापस लेने की अनुमति दी है. इस पर कांग्रेस का कहना है कि हम पूरी तैयारी के साथ दोबारा हाईकोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे.
विधायक दिलावर को हाईकोर्ट से झटका
बीजेपी विधायक मदन दिलावर को राजस्थान हाईकोर्ट से झटका लगा है. हाईकोर्ट ने दिलावर की उस याचिका को सारहीन मानते हुए खारिज कर दिया है. विधानसभा अध्यक्ष की ओर से रखे गए पक्ष के बाद हाईकोर्ट ने माना कि मदन दिलावर की ओर से जो याचिका पेश की गई उसका अब कोई औचित्य नहीं रह गया है. उनके द्वारा जो मांग की गई थी वह पूरी हो चुकी है.
वापस कोर्ट की शरण में जाएंगे: दिलावर
याचिका को खारिज होने को लेकर विधायक मदन दिलावर का कहना है कि याचिका तकनीकी कारणों से खारिज हुई है और जरूरत पड़ी तो सुप्रीम कोर्ट भी जाएंगे.
राजभवन से विधानसभा सत्र की अनुमति नहीं मिलने पर कांग्रेस ने राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया है. जिसके जरिए कांग्रेस ने राष्ट्रपति को लिखा है कि पिछले कुछ समय से लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई राज्य सरकारों को भाजपा हॉर्स ट्रेडिंग और अन्य भ्रष्ट आचरण के माध्यम से अपदस्थ कर रही है.