राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

अटल बिहारी वाजपेयी के सचिव शिव कुमार का आज होगा अंतिम संस्कार, शामिल होंगे कई राजनेता.. - अटल बिहारी वाजपेयी के सचिव शिव कुमार

भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सचिव रहे शिव कुमार पारीक का अंतिम संस्कार (Shiv Kumar will be cremated today) आज जयपुर के चांदपोल स्थित मोक्षधाम में होगा. कल उनका दिल्ली के अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया था. वो 83 बरस के थे.

Atal Bihari Vajpayee secretary Shiv Kumar
शिव कुमार का आज होगा अंतिम संस्कार

By

Published : Mar 6, 2022, 9:13 AM IST

जयपुर. पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के लंबे समय तक सचिव रहे शिव कुमार पारीक का आज अंतिम संस्कार (Shiv Kumar will be cremated today) होगा. पारीक के पार्थिव देह को दिल्ली रोड स्थित एक फार्महाउस में अंतिम दर्शनों के लिए रखा गया है जहां से उनकी शव यात्रा रवाना होकर चांदपोल मोक्षधाम पहुंचेगी.

कई दिग्गज होंगे शामिल: शिव कुमार पारीक के अंतिम संस्कार में भाजपा के से जुड़े कई प्रमुख नेताओं के शामिल होने की संभावना है. शिव कुमार पारीक जयपुर के पुरानी बस्ती के रहने वाले थे. पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ थे. उनका दिल्ली में उपचार चल रहा था और वहीं उन्होंने अंतिम सांसे ली.

पढ़ें-नहीं रहे अटल के सारथी, पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के निजी सचिव रहे शिवकुमार पारीक का निधन

शिव पारीक अटल बिहारी वाजपेयी के साथ बतौर सचिव कई सालों तक रहे. वाजपेयी के अंतिम समय में भी उन्होंने उनकी पूरी सेवा की. यही कारण है कि लोग शिव कुमार पारीक को अटल बिहारी वाजपेयी के दत्तक पुत्र के नाम से भी जानते हैं. पारीक के निधन पर भाजपा से जुड़े कई जनप्रतिनिधियों और भाजपा पदाधिकारियों ने अपनी संवेदना व्यक्त की है.

अटल के खास पारीक: अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन में पारिक क्या थे, इसे एक घटना से समझा जा सकता है. लोकसभा चुनाव में राजनाथ सिंह लखनऊ से उम्मीदवार थे. वैसे तो राजनाथ खुद उस वक़्त भाजपा अध्यक्ष थे, मगर लखनऊ अटल बिहारी वाजपेयी की परम्परागत सीट थी. राजनाथ को अच्छी तरह पता था कि जीतना है तो मतदाताओं को यह सन्देश देना ही पड़ेगा कि वाजपेयी का आशीर्वाद उनके साथ है. बीमारी के चलते अटल बिहारी नहीं जा सकते थे तो शिव कुमार पारीक को राजनाथ के साथ लखनऊ भेजा गया. पारीक को साथ लेकर राजनाथ सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस की और उनकी मौजूदगी अटल बिहारी वाजपेयी की इच्छा मानी गयी और चुनाव आसानी से निकल गया.

ABOUT THE AUTHOR

...view details