जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भर्तियों की लेटलतीफी और गड़बड़ी पर चिंता जताई है. गहलोत ने कहा कि भर्तियां समयबद्ध रूप से और पारदर्शी तरीके से होनी चाहिए. संवैधानिक संस्थाओं की विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए उन संस्थाओं में जनता का विश्वास कायम रहना जरूरी है. यह जरूरी है कि आयोग की साख बनी रहे.
सीएम अशोक गहलोत मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC), अजमेर के 73वें स्थापना दिवस समारोह से जुड़े. मुख्यमंत्री ने आयोग के अध्यक्ष, सभी सदस्यों और अधिकारियों-कर्मचारियों को स्थापना दिवस की बधाई दी और आयोग की उत्तरोत्तर प्रगति की कामना की. उन्होंने कहा कि आयोग की आज जो प्रतिष्ठा है, उसका श्रेय इसके पूर्व अध्यक्षों, सदस्यों एवं समस्त कर्मचारियों को जाता है. उन्होंने उन सभी आयोग अध्यक्षों-सदस्यों को भी याद किया जो आज हमारे बीच नहीं हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की मंशा है कि प्रदेश में भर्तियां निष्पक्ष, समयबद्ध रूप से और पारदर्शी तरीके से हों. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले तीन साल में नौकरियों में कोई कमी नहीं रखी है. भर्ती प्रक्रिया मेें सुधार और विभिन्न भर्तियों में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए राज्य सरकार ने आरपीएससी के पूर्व अध्यक्ष एमएल कुमावत की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई थी, जिसने अपनी सिफारिशें प्रस्तुत कर दी हैं. राज्य सरकार इन सिफारिशों को लागू कर भर्ती प्रक्रिया को सुगम बनाने का प्रयास कर रही है.