जयपुर.मानदेय में बढ़ोतरी और स्थायीकरण की मांग को लेकर करीब 15 दिन से आंदोलन कर रही आशा सहयोगिनियों का धैर्य मंगलवार को टूट गया. गांधीनगर में महिला एवं बाल विकास विभाग कार्यालय के बाहर धरने पर बैठी आशा सहयोगिनियों ने टोंक रोड पर रास्ता जाम कर दिया. सूचना मिलने पर आनन-फानन में अतिरिक्त पुलिस जाब्ता तैनात किया गया. करीब दो घंटे तक पुलिस ने समझाइश की, लेकिन आशाओं ने रास्ता नहीं खोला. आखिरकार पुलिस ने आशाओं के प्रतिनिधिमंडल की विभाग के अधिकारियों से मुलाकात करवाई, तब आशाओं ने टोंक रोड से धरना खत्म किया. जाम के चलते वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.
जयपुर : मानदेय बढ़ाने और स्थायी करने की मांग को लेकर उग्र हुई आशाएं, टोंक रोड पर लगाया जाम - धरने पर बैठी आशा सहयोगिनी
मानदेय में बढ़ोतरी और स्थायीकरण की मांग को लेकर करीब 15 दिन से आंदोलन कर रही आशा सहयोगिनियों का धैर्य मंगलवार को टूट गया. गांधीनगर में महिला एवं बाल विकास विभाग कार्यालय के बाहर धरने पर बैठी आशा सहयोगिनियों ने टोंक रोड पर रास्ता जाम कर दिया.
जानकारी के अनुसार, आशा सहयोगिनियां लंबे समय से मानदेय में बढ़ोतरी, स्थायी करने समेत विभिन्न मांगों को लेकर बीते 14 दिन से गांधीनगर स्थित महिला एवं बाल विकास विभाग कार्यालय के बाहर धरने पर बैठी हैं. मंगलवार को प्रदेश भर से आई आशा सहयोगिनियों ने धरना स्थल से टोंक रोड की तरफ कूच किया और सड़क पर धरना देकर बैठ गई.
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इस दौरान आशाएं सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करती रही. इस बीच पुलिस अधिकारियों ने कई बार समझाइश का प्रयास किया. आखिरकार आशाओं के प्रतिनिधिमंडल से अधिकारियों की वार्ता के बाद आशाओं ने टोंक रोड से धरना खत्म किया. पुलिस ने आशाओं को गांधीनगर स्थित महिला एवं बाल विकास विभाग कार्यालय की तरफ पहुंचाया. आशाओं का कहना है कि उनकी मांगे पूरी होने तक यह आंदोलन जारी रहेगा. फिलहाल, महिला एवं बाल विकास विभाग कार्यालय के बाहर उनका धरना चल रहा है.