जयपुर. मालपुरा नगर पालिका चेयरमैन सोनिया सोनी को पद के दुरुपयोग मामले में सस्पेंड कर दिया गया था. जिसके बाद अब उनकी जगह अन्य पिछड़ा वर्ग (महिला) से ही आशा नामा को अध्यक्ष पद का कार्यभार सौंपा गया (Asha Nama got the charge of Malpura Municipality) है. स्वायत्त शासन विभाग ने आदेश जारी करते हुए आशा नामा आगामी 60 दिन या फिर राज्य सरकार की ओर से कोई अन्य आदेश जारी होने तक कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया है.
मालपुरा नगर पालिका में 12 जनवरी को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम (एसीबी) ने एक ठेकेदार की ओर से दी गई शिकायत के बाद मालपुरा नगर पालिका में कार्रवाई की थी. इसमें टीम ने एक दलाल और संविदा पर लगे कनिष्ठ अभियंता को गिरफ्तार किया था. इस मामले में पालिका अध्यक्ष के पति को भी दोषी माना गया था. जिस पर पालिका अध्यक्ष पति की उच्च न्यायालय से गिरफ्तारी पर रोक लगी हुई है. हालांकि अजमेर के क्षेत्रीय उप निदेशक की ओर से एंटी करप्शन ब्यूरो की जांच रिपोर्ट और दस्तावेज के अनुसार पालिका अध्यक्ष सोनिया सोनी के खिलाफ की गई जांच में सोनिया सोनी के पति को दोषी माना है. ऐसे में राज्य सरकार की ओर से पालिका अध्यक्ष सोनिया सोनी के खिलाफ न्यायिक जांच करवाए जाने का फैसला लिया गया.