जयपुर. हाल ही में भाजपा ने राज्यों में संगठन प्रभारियों में बदलाव किया जिसमें राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह को राजस्थान में यथावत प्रभारी रखा गया. संदेश यही था कि सम्भवतः आगामी चुनाव तक अब सिंह ही राजस्थान में प्रभारी रहेंगे. ऐसे में जयपुर प्रवास के दौरान ईटीवी भारत ने उनसे राजस्थान सरकार, प्रदेश भाजपा संगठन और सियासी मुद्दों पर खुलकर बात की.
'इतनी बड़ी एंटी इनकंबेंसी नहीं देखी':ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री और प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि राजस्थान में जिस तरह लगातार अपराध बढ़ रहे हैं उसके बाद यह साफ हो चुका है कि राजस्थान में जंगलराज है और यह प्रदेश अपराधियों की कार्यशैली और शरण स्थली बन चुका है. कहा कि मैंने राजस्थान की गहलोत सरकार के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी जितनी देखी उतनी तो किसी अन्य प्रदेश में नहीं थी. इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी के दौरान उत्पन्न हुई एंटी इनकंबेंसी की तुलना राजस्थान से कर दी. और यह भी कहा कि जब ऐसे हालत होते हैं तो जनता दूसरे दलों को तीन चौथाई बहुमत से सत्ता में ले आती है. सिंह ने गहलोत सरकार को विकास विरोधी बताते हुए कहा कि वह भी तो सरकार ने पिछली वसुंधरा राजे सरकार के विकास कार्यो को रोकने का काम किया.
भाजपा के चेहरे तय करेगा बोर्ड:ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान अरुण सिंह ने राजस्थान भाजपा नेताओं के बीच चुनावी चेहरे की जंग से इनकार किया. साथ ही उन प्रदेशों का उदाहरण दिया जहां पिछले कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव हुए थे. सिंह ने कहा कि ऐसा एक राज्य बता दें जहां भाजपा में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर नेताओं में जंग हुई हो. अरुण सिंह के अनुसार भाजपा संगठन आधारित पार्टी है और बीजेपी संसदीय बोर्ड जिसे तय करेगा पार्टी के कार्यकर्ता उसके साथ ही चलते हैं.