जयपुर.जयपुर दौरे पर आए एआईएमआईएम (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मदरसों की जांच से जुड़े सवाल पर संघ के केंद्रों की भी जांच किए जाने का बयान दिया है. इससे राजस्थान भाजपा के नेताओं का गुस्सा फूट पड़ा है. भाजपा नेताओं ने मदरसों (Arun chaturvedi on Madarsa) को नक्सलवाद और अलगाववाद पैदा करने वाली संस्था तक करार दिया. भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता डॉ. अरुण चतुर्वेदी ने ये बड़ा बयान दिया है.
चतुर्वेदी ने बुधवार को ओवैसी के बयान पर पलटवार (Arun chaturvedi counter attack on owaisi) करते हुए कहा कि देश में केवल भाजपा शासित राज्य ही नहीं बल्कि ऐसे अनेक राज्यों में अलग-अलग तत्वों के आधार पर जो बात जांच में निकल कर आई है उसमें यह सिद्ध हुआ है कि मदरसे अलगाववाद और नक्सलवाद पैदा करने वाली संस्थाएं हैं. चतुर्वेदी ने कहा कि सरकारी खर्च के आधार पर एक धर्म का प्रचार किसी भी रूप में स्वीकार नहीं हो सकता. ऐसे में जिन राज्यों में मदरसों को जांच के दायरे में ले रखा है वहां पर जांच होनी चाहिए.
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पिछली भाजपा सरकार में बंद किए गए थे मदरसे
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री रहे डॉ. अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि राजस्थान में हमारी पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल में भी कई मदरसों को बंद किया गया था जहां ज़ीरो नामांकन था. उन्होंने कहा कि यह एक सतत प्रक्रिया है जो आगे भी जारी रहेगी. चतुर्वेदी ने कहा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर इंदिरा गांधी सरकार के दौरान भी और उससे पहले भी कई प्रकार के प्रतिबंध लगाने की कोशिश की गई लेकिन यह सबको पता है कि संघ एक राष्ट्रवादी संगठन है जो राष्ट्र के विकास और उसपर आने वाली विपदा के दौरान अहम भूमिका निभाता आया है.