जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रयासों से विदेशों में फंसे प्रवासी राजस्थानियों को प्रदेश लाने के लिए सार्थक कदम उठाए जा रहे हैं. इसी दिशा में वंदे भारत मिशन के पहले चरण के दौरान अभी तक देश के विभिन्न एयरपोर्ट्स पर लगभग डेढ़ सौ प्रवासी राजस्थानी विदेशों से आ चुके हैं, जिन्हें उन्हीं शहरों में संबंधित राज्य सरकारों के सहयोग से क्वॉरेंटाइन किया गया है. वंदे भारत मिशन के पहले चरण में लगभग 87 प्रवासी राजस्थानी दिल्ली पहुंचे है, जिन्हें दिल्ली के विभिन्न होटलों में दिल्ली सरकार के सहयोग से 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन किया गया है.
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राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव ने बताया कि वंदे भारत मिशन का दूसरा चरण 16 मई से शुरू होने जा रहा है, जिसमें विशेष रूप से सेंट्रल एशिया, यूके, यूक्रेन, टोरंटो, कजाकिस्तान, अल्माटी, मास्को में फंसे विद्यार्थियों को लाए जाने को प्राथमिकता दी जाएगी. दूसरे चरण की अधिकांश उड़ानों को जयपुर एयरपोर्ट पर ही उतारा जाएगा.
दिल्ली एयरपोर्ट पर ‘राउंड द क्लॉक’ कार्य कर रहे है राजस्थान के डॉक्टर्स
विदेशों से आने वाले फंसे हुए प्रवासी राजस्थानियों की मेडिकल स्क्रीनिंग करने के लिए आवासीय आयुक्त कार्यालय की निगरानी में बीकानेर हाउस स्थित डिस्पेंसरी के डॉक्टरों की टीम ‘राउंड द क्लॉक’ कार्य कर रही है. आवासीय आयुक्त कार्यालय से संबंधित कार्यालयों के अधिकारी और कर्मचारी विदेशों से आने वाले प्रवासी राजस्थानियों के लिए प्रोटोकॉल देने और उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर तक भेजने के लिए 24 घंटे कार्य कर रहे हैं.