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पाकिस्तानी महिला के हनीट्रैप में फंसा जवान, सेना और STF के ज्वाइंट ऑपरेशन 'मैडमजी' में गिरफ्तार - Honeytrap case in Rajasthan

राजस्थान से पकिस्तान की गुप्तचर एजेंसी ISI की हनीट्रैप की एक और नापाक हिमाकत सामने आई है. मामले में सेना के इंटेलीजेंस विंग और STF ने मिलकर सेना के एक कर्मचारी को हरियाणा से गिरफ्तार किया है. आरोपी मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस (MES) का कर्मचारी है.

Honeytrap with army personnel,  Pakistani woman did honeytrap
पाकिस्तानी महिला के हनीट्रैप में फंसा सेना जवान

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Published : Sep 17, 2020, 9:57 PM IST

Updated : Sep 18, 2020, 9:31 AM IST

जयपुर. अपनी खूबसूरत महिला एजेंटों के जरिए राजस्थान से पकिस्तान की गुप्तचर एजेंसी ISI की हनीट्रैप की एक और नापाक हिमाकत सामने आई है. इस बार भारतीय सेना के कर्मचारी को हनीट्रैप में फंसाकर पाकिस्तानी एजेंसी ने पकिस्तान से लगती राजस्थान की अंतराष्ट्रीय सीमा की कई सैनिक गतिविधियों को हासिल कर अपना डेटाबेस को मजबूत किया है.

इसमें हथियारों के मूवमेंट और सेना के जवानों के पास मौजूद चीजों के साथ ट्रेनिंग और डीप्लोय्मेंट से जुड़ी जानकारियां भी शामिल है. सूचना मिलने पर अब मिलिट्री इंटेलिजेंस विंग और STF की सहायता से हनीट्रैप में फंसकर लगातार ब्लेकमैल हो रहे इस शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया है.

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दरअसल, पकिस्तान की खूबसूरत महिला एजेंट ने मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस से जुड़े एक कर्मचारी को अपने मोहपाश में फंसाकर सामरिक जानकारियां जुटाई. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों ने पकिस्तान से लगती राजस्थान की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हिन्दुस्तान की सेना की कई गतिविधियों और डिप्लॉयमेंट के साथ जयपुर स्थित दक्षिण पश्चिम कमांड की ताकत और यहां पर मौजूद अधिकारियों की जानकारियों का 'डेटाबेस' तैयार किया है. जिस आरोपी को गिरफ्तार किया है वह मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस (MES) का कर्मचारी है.

बता दें, सेना का जवान पिछले एक साल से पाकिस्तानी हनीट्रैप में फंसा हुआ था. गिरफ्तार आरोपी का नाम महेश बताया जा रहा है. उसके पास सैन्य गतिविधियों की सभी तरह की जानकारियां थी. दक्षिण पश्चिमी कमांड भारतीय सेना की साल 2005 में गठित सबसे नयी कमांड है. जिसमे अधीनस्थ 42वीं आर्टिलरी डिविजन, मथुरा की 1 वाहिनी और भटिंडा की X वाहिनी शामिल है. इनसे जुड़े तमाम जानकारियां महेश ने पाकिस्तानी एजेंट के जरिए और सोशल मीडिया के जरिए पहुंचाया.

राजस्थान की 1034 किलोमीटर की अंतरराष्ट्रीय सीमा पकिस्तान से लगती है. ऐसे में सामरिक दृष्टिकोण से यह महत्वपूर्ण भी है और हथियारों के मूवमेंट से लेकर सेना के जवानों के पास मौजूद चीजों और उनके डिप्लॉयमेंट के तमाम फैसले भी यही से तय होते हैं. महेश सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय था और आसानी से वह हनीट्रैप में फंस गया.

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जानकारी के अनुसार अपने ही एक कर्मचारी के हनीट्रैप में फंसने के संकेत मिलने के बाद सेना के इंटेलिजेंस विंग ने स्पेशल टास्क फोर्स के साथ मिलकर 'ऑपरेशन मैडम' नाम से अभियान चलाया और भारतीय सेना की खबरों को पाकिस्तान तक पहुंचाने वाले महेश को हरियाणा से पकड़ लिया है.

रक्षा मंत्रालय के जानकार सूत्रों के अनुसार दोनों ही एजेंसी अब अपने-अपने स्तर पर आरोपी से पूछताछ कर रही है. कहा जा रहा है कि आरोपी कुछ समय पहले ही जयपुर स्थित मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस में ही तैनात था. सेना में महेश सिविल कर्मचारी है, लेकिन कहा जा रहा है कि उसके अकाउंट में पकिस्तान से लगातार आ रहे रुपयों के ट्रांजेक्शन की वजह से वह शक के घेरे में आ गया. उसके सोशल मीडिया एकाउंट फेसबुक पर भी आर्मी के ऑर्बिट प्लान और आर्मी स्टेटिक्स डिप्लॉयमेंट जैसी बातों का जिक्र मिला.

Last Updated : Sep 18, 2020, 9:31 AM IST

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