जयपुर. राजधानी जयपुर में बारिश होने से सर्दी तेज हो गई है. सर्दी में लोगों को आसरा देने के लिए नगर निगम की ओर से रैन बसेरे (Night Shelter in Jaipur) बनाए गए हैं. जयपुर ग्रेटर नगर निगम (Jaipur Greater Nagar Nigam) की ओर से रामनिवास बाग और त्रिमूर्ति सर्किल के पास रैन बसेरे बनाए गए हैं.
बारिश के साथ सर्दी तेज होने के साथ ही नगर निगम ने रैन बसेरों में विशेष व्यवस्थाएं की है. दूरदराज से आने वाले और बेघर लोग फुटपाथ पर रात गुजारने को मजबूर होते हैं. ऐसे लोगों को ठिठुरन से बचाने के लिए निगम की ओर से रैन बसेरों के इंतजाम किए गए हैं. रेन बसेरों में अतिरिक्त रजाई गद्दे की व्यवस्थाएं की गई है.
रैन बसेरों में हैं ठंड से बचने के इंतजाम... ईटीवी भारत की टीम रामनिवास बाग के पास स्थित रैन बसेरे का जायजा लेने पहुंची, तो रैन बसेरे में करीब दो दर्जन से अधिक लोग सोते हुए पाए गए. सभी के पास रजाईयां और गद्दे थे. इनमें ठहरे लोगों के मुताबिक नगर निगम प्रशासन की ओर से यहां अच्छी व्यवस्थाएं की गई हैं. सर्दी से बचाव के लिए रजाइयां दी हैं. महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग सोने की व्यवस्था है. दूरदराज से आने वाले और बेघर लोगों के रात गुजारने के लिए रैन बसेरे सहारा बन रहे हैं.
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भरतपुर निवासी श्याम ने बताया कि सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती परिजन से मिलने के लिए जयपुर आया था. शहर में बारिश होने से सर्दी तेज हो गई. रात में रुकने के लिए रैन बसेरे में आसरा मिला है. हर आदमी के लिए अलग-अलग बिस्तर लगाए गए हैं. व्यवस्थाएं अच्छी हैं. सवाई माधोपुर निवासी हनुमान मीणा ने बताया कि रैन बसेरे में घर जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं. साफ-सफाई के साथ बेड लगाए गए हैं और रजाई-गद्दे दिए गए हैं.
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नगर निगम की ओर से तैनात होमगार्ड जवान दुर्गेश शर्मा ने बताया कि महिला और पुरुषों के लिए रैन बसेरे में अलग-अलग व्यवस्था की गई है. कोरोना गाइडलाइन का ध्यान रखते हुए प्रत्येक व्यक्ति के लिए अलग-अलग बिस्तर लगाया है. एक रैन बसेरे में करीब 150 रजाई-गद्दों की व्यवस्थाएं की गई है ताकि अतिरिक्त लोग भी अगर आते हैं, तो उन्हें भी आसरा मिल सके. रैन बसेरे में आने वाले लोगों के लिए खाने-पीने की व्यवस्थाएं भी की गई हैं. सैनिटाइजर भी उपलब्ध करवाया गया है. आधार या अन्य आईडी कार्ड देखकर ही इनमें एंट्री दी जाती है.