जयपुर.राजस्थान में विशेष योग्यजन आयुक्त के पद पर उमाशंकर शर्मा को नियुक्त किया (Commissioner for specially abled persons in Rajasthan) गया है. लेकिन इस संवैधानिक पद पर नियुक्ति के मामले में दिव्यांग अधिकार अधिनियम 2016 और राजस्थान विशेष योग्यजन अधिकार नियम 2018 के प्रावधानों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है. इसे लेकर पूर्व सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अरुण चतुर्वेदी से लेकर विभिन्न संगठनों ने राज्यपाल को पत्र लिखकर शिकायत दर्ज कराई है.
राजस्थान विशेष योग्यजन अधिकार नियम 2018 के नियम संख्या 24 के अनुसार राज्य सरकार एक सर्च कम सलेक्शन कमेटी का गठन करेगी. जिसमें सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग और महिला बाल विकास विभाग के शासन सचिव शामिल होंगे. ये कमेटी तीन योग्य उम्मीदवारों का पैनल तैयार कर राज्य सरकार को प्रेषित करेगी. राज्य आयुक्त पद पर नियुक्ति के लिए विशेष योग्यजन निदेशालय की ओर से आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए थे, जिसमें 86 व्यक्तियों ने आवेदन किया था. उनमें ऐसे लोग भी थे जिन्हें विशेष योग्यजन सबलीकरण के क्षेत्र में कार्य करने का दो दशक से भी ज्यादा अनुभव है और उन्हें विशेष योग्यजन सबलीकरण और पुनर्वास के क्षेत्र में विशेष जानकारी भी है.
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