जयपुर. राजस्थान में शनिवार को पायलट कैंप के विधायकों की एक बार फिर चर्चा रही. जहां पायलट कैंप के एक विधायक वेद सोलंकी ने सरकार पर दलित मंत्रियों के अपमान करने का आरोप लगाया तो वहीं दूसरी ओर पायलट कैंप के ही दूसरे विधायक पृथ्वीराज मीणा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तारीफों के पुल बांध दिए.
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पीआर मीणा ने प्रेस नोट जारी कर वर्ष 2021-22 के बजट की तारीफ करते हुए कहा कि मैं पहली बार विधायक बना हूं, लेकिन जनता के बीच हमेशा सक्रिय रहा. ऐसा बजट मैंने अपने जीवन में पहली बार देखा है. बजट में मेरे क्षेत्र सहित हर वर्ग का और हर क्षेत्र का ख्याल रखा गया है. जो मैंने मांगा उससे भी ज्यादा मेरे क्षेत्र टोडाभीम को मुख्यमंत्री ने दिया है. उसके लिए मैं मुख्यमंत्री को धन्यवाद देता हूं.
कोरोना की विपरीत परिस्थिति के बावजूद ऐसा शानदार बजट पेश किया गया है, जिसकी प्रदेश ही नहीं देशभर में तारीफ हुई है. किसी भी मुख्यमंत्री के बजट की ऐसी प्रशंसा नहीं हुई जैसी सराहना राजस्थान के बजट की हुई है. अपने बयान में मीणा ने कोरोना प्रबंधन को लेकर कहा कि केंद्र की मोदी सरकार की ओर से वैक्सीन की पर्याप्त और समय पर आपूर्ति नहीं होने, आवश्यक दवाइयों- रेमडेसिविर आदि सहित ऑक्सीजन के आवंटन में भेदभावपूर्ण रवैया अपनाए जाने के बावजूद सीमित संसाधन होने के बाद भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राजस्थान में कोरोना का बेहतरीन प्रबंधन किया गया है.
राजस्थान वैक्सीनेशन में अग्रणी रहा. 18 से 44 वर्ष आयुवर्ग के लोगों का फ्री वैक्सीनेशन राज्य सरकार स्वयं करवा रही है. पूरे देश में भारत सरकार से फ्री वैक्सीनेशन की मांग की जा रही है, लेकिन दुर्भाग्य से केंद्र सरकार इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही. कोरोना के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोई भूखा न सोए के संकल्प को पूरा किया, किसी को भूखा नहीं सोने दिया. 33 लाख गरीब परिवारों को प्रत्येक परिवार को 5500 रुपए की आर्थिक सहायता दी गई है, जिस पर 1815 करोड़ रुपए वहन किए गए हैं.