जयपुर.बस्सी के पूर्व विधायक एवं कैबिनेट मंत्री कन्हैया लाल मीणा के नेतृत्व में बस्सी के जनप्रतिनिधियों ने जिला कलेक्टर डॉ. जोगाराम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में बताया कि बस्सी उपखंड कार्यालय को कोविड- 19 में पीड़ित की सहायता के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा कराने के लिए आमजन और विभिन्न संगठनों ने 32 लाख रुपए दिए थे. लेकिन यह रुपए मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा नहीं कराए गए. इसके अलावा कई लोगों को ऐसी रसीदें दी गईं, जिन पर कार्यालय अथवा प्राप्तकर्ता की सील पर स्पष्ट हस्ताक्षर भी नहीं थे.
कई संगठनों से बिना नाम अंकित किए ही चेक लिए गए और 10 लाख रुपए बिना किसी सक्षम अधिकारी की अनुमति के खर्च भी कर दिए गए. कन्हैया लाल मीणा ने कहा कि यह पूरा मामला संदिग्ध दिखाई दे रहा है. इसलिए मुख्यमंत्री से इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय पर जांच की मांग की गई है. इसके अलावा क्षेत्र की अन्य समस्याएं भी ज्ञापन के माध्यम से मुख्यमंत्री के सामने रखी गयी है. ज्ञापन में बताया गया कि राज्य के चौमूं और जयपुर सहित अनेक मार्गों पर राज्य परिवहन निगम की बसें चलाने की अनुमति दे दी गई है. लेकिन बस्सी विधानसभा क्षेत्र की उपेक्षा की गई है. मुख्यमंत्री से मांग की गई है कि जयपुर से सवाई माधोपुर और गंगापुर सिटी की बसें वाया बस्सी, तुंगा, लालसोट चलाने के अलावा जयपुर से बस्सी, संभरिया, तूंगा, बांसखोह, लवाण, बड़वा, पड़ासोली, नकची घाटी से दौसा, दौसा से कोटखावदा, चाकसू और जयपुर से देवगांव, काशीपुरा, कोट खावदा बसों का संचालन किया जाए.