जयपुर. राज्यसभा में बुधवार को नागरिकता संशोधन बिल पास हो गया है. इस बिल पर बहस के दौरान देश के गृहमंत्री अमित शाह ने अपनी चर्चा में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लिखे एक पत्र का जिक्र किया था. जिसको लेकर सीएम ने ट्वीट कर पलटवार किया है.
सीएम गहलोत ने ट्वीट कर कहा- गृहमंत्री ने नागरिकता संशोधन बिल पर मेरा रेफरेंस देकर देश की जनता को गुमराह किया सीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि...यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश के गृह मंत्री राज्यसभा में मेरा रेफरेंस देकर देश को गुमराह कर रहे हैं. हमने तो पाकिस्तान से सीमावर्ती राजस्थान आए शरणार्थियों की बरसों से जो मांग थी, चाहे वो हिन्दू थे या सिख थे.
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उसे लेकर पहल की हमने उस वक़्त में भारत के तत्कालीन गृहमंत्री पी. चिदंबरम जी को लैटर लिखा, अगर हिन्दू और सिख के अलावा और कोई भी होते तो उनके लिए भी हम यही रिकमेंड करते.
इंदिरा जी के वक़्त में 1971 में मैं खुद बंगाल बॉर्डर पर रहा था उस समय भी जो शरणार्थी आए थे, चाहे जिस भी धर्म के लोग थे सभी की हमने सेवा की, शरणार्थी चाहे यहां के हों या वहां के हों, हमारे यही भाव हमेशा रहे हैं.
दरअसल, अमित शाह ने राज्यसभा में सीएबी बिल पर बहस के दौरान कहा था कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केन्द्रीय गृहमंत्री पी चिदंबरम को पत्र लिखकर सिख और हिंदू शरणार्थी जो सीमावर्ती पाकिस्तान में रहते हैं, उन्हें नागरिकता देने की मांग की थी. शाह ने कहा कि तब यूपीए सरकार ने 13 हजार लोगों को छूट देते हुए भारतीय नागरिकता दी थी. शाह के इस संदर्भ पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उन पर देश की जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया है.