जयपुर. राजधानी के किशनपोल विधानसभा क्षेत्र से विधायक अमीन कागजी ने सोमवार को ध्यानाकर्षण के जरिए किशनपोल में रिहायशी मकानों को पारियों के अनुसार किराए पर दिए जाने का मामला उठाया. इस मामले पर मंत्री शांति धारीवाल ने जवाब देते हुए कहा कि किशनपोल में सत्यापन द्वारा किरायेदारों का रिकॉर्ड थाने में संधारित है. थानों द्वारा सादा वर्दी में जाब्ता नियोजित किया जाता है. जो प्रक्रिया पूरी नहीं कर रहे उनके विरुद्ध कार्रवाई भी होती है.
जयपुर : किशनपोल विधायक अमीन कागज़ी ने सदन में उठाया किरायेदारों के वेरिफिकेशन का मुद्दा
जयपुर के किशनपोल विधानसभा क्षेत्र से विधायक अमीन कागज़ी ने सोमवार को विधानसभा में ध्यानाकर्षण के जरिए किशनपोल विधानसभा में अलग-अलग पारियों में किराए पर लोगों के रहने का मामला उठाया. कागजी ने कहा कि पिछले दिनों शहर में खराब हुए माहौल को देखते हुए किरायेदारों का सही से वेरिफिकेशन होना चाहिए.
विधायक अमीन कागज़ी ने मंत्री धारीवाल से पूछा कि राजस्थान के बाहर के कितने निवासियों के उनके पास रिकॉर्ड है. इस पर जवाब देते हुए शांति धारीवाल ने कहा कि राजस्थान में बीट प्रणाली प्रचलित है. बीट प्रभारी के पास रिकॉर्ड उपलब्ध रहता है. किशनपोल क्षेत्र में 8 थाने है, जिसमें 4 हजार 212 मकानों का सर्वे बीट प्रणाली के द्वारा किया जा रहा है. बीट प्रभारी द्वारा इस मामले में पर्चा भी भरवाया जाता है और पुलिस अच्छे से इस मामले की जांच भी करती है. ऐसे में विधायक अमीन कागज़ी ने कहा कि मेरे क्षेत्र में करीब 37 हजार मकान है और पिछले दिनों जो माहौल खराब हुआ उसे देखते हुए अब बड़े लेवल मुहिम चलाकर किरायेदारों का सही से सत्यापन करवाया जाए.