जयपुर. मध्य प्रदेश के बाद अब राजस्थान में 'शह और मात' का खेल जारी है, जिसका मुख्य केंद्र बिंदु जयपुर सिविल लाइंस बंगला नंबर 8 यानी मुख्यमंत्री आवास बना हुआ है. जहां कांग्रेसी विधायकों और मंत्रियों का मुख्यमंत्री से मिलना जारी है. वहीं, निर्दलीय और बसपा के विधायकों ने भी सीएम से मुलाकात की है.
सियासी संकट को लेकर अमीन कागजी का बड़ा बयान ऐसे में विधायक अमीन कागजी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की. इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने गायब हुए कांग्रेसी विधायकों को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि 15 से 18 विधायक दिल्ली में हैं और वो अपनी बात हाईकमान के सामने रखना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि राजस्थान की सरकार पर फिलहाल कोई संकट नहीं है.
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उन्होंने कहा कि ये पूरी तरह से बीजेपी की चाल है, लेकिन हमारी सरकार पर कोई संकट नहीं है. जो विधायक दिल्ली में हैं, उनके देर शाम तक जयपुर आने की संभावना है. साथ ही उन्होंने कहा कि बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी को जयपुर में रहने की बात कही है. ये जो संकट है, इसकी चाल निश्चित तौर से किसी बड़े लेवल पर चली गई है. बीजेपी कांग्रेस विधायकों को बरगलाना चाहती है, लेकिन कांग्रेस मजबूत है.
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वहीं, विधायकों को नोटिस देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुख्य सचेतक महेश जोशी ने विधायकों की खरीद फरोख्त को लेकर कंप्लेंट दी थी. उसी कंप्लेंट के तहत कुछ विधायकों को नोटिस मिला है. साथ ही खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी ये नोटिस मिला है. ये एक कानूनी प्रक्रिया है, जिसको स्पेशल टास्क फोर्स अपने संज्ञान में लेग जो कि जांच का विषय है.