जयपुर. एक ओर राजस्थान में सचिन पायलट की नाराजगी को लेकर राजनीतिक उथल-पुथल (political turmoil in rajasthan) चल रही है. दूसरी ओर महंगाई के खिलाफ होने वाले कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर आयोजित हुई बैठक को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट ने वर्चुअली संबोधित किया. 11 जून को पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों और महंगाई के खिलाफ कांग्रेस प्रदर्शन करने जा रही है.
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कांग्रेस की वर्चुअल बैठक को पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, सीएम अशोक गहलोत, राजस्थान प्रभारी अजय माकन, सचिन पायलट, स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा, प्रमोद जैन भाया और बीडी कल्ला ने संबोधित किया. बैठक में शांति धारीवाल भी मौजूद थे लेकिन उन्होंने संबोधित नहीं किया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान में कोरोना का मैनेजमेंट शानदार रहा. अब बढ़ती महंगाई के खिलाफ सभी कार्यकर्ता एनडीए सरकार की गलत नीतियों को जनता तक पहुंचाएं.
सचिन पायलट ने कांग्रेस की बैठक में क्या कहा
बैठक को संबोधित करते हुए सचिन पायलट ने कहा की पेट्रोल-डीजल के साथ गैस की बढ़ी कीमतों को भी प्रदर्शन में शामिल करना चाहिए. क्योंकि गैस की कीमतों से भी आम आदमी परेशान है. राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अजय माकन ने कहा कि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए 11 जून को प्रदर्शन करना है. साथ ही यह समझना जरूरी है कि पेट्रोल-डीजल के दाम क्यों बढ़ रहे हैं. यूपीए के टाइम क्रूड ऑयल के दाम बढ़ने के बावजूद पेट्रोल-डीजल के दाम इतने नहीं बढ़े. पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी करीब एक दर्जन बार बढ़ाई गई. कांग्रेस के शासन में पेट्रोल-डीजल के दाम खुदरा मूल्य के साथ लिंक किए गए थे.
मोदी सरकार में लोगों का जीना दूभर
गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि मोदी सरकार के सत्तारूढ़ होने के बाद महंगाई बेतहाशा बढ़ी है. जिससे लोगों का जीना दूभर हो गया है. ऐसे में आम लोगों को राहत दिलाने के लिए कांग्रेस पुरजोर संघर्ष करेगी. वही स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार पेट्रोल-डीजल की कीमतों में पॉलिटिकल बेईमानी भी कर रही है. जब चुनाव आते हैं तो इनके दाम स्थिर कर दिए जाते हैं और चुनाव होते ही वापस से दाम बढ़ने लगते हैं.