जयपुर. प्रदेशभर के एंबुलेंस कर्मचारी एक बार फिर आंदोलन की राह पर उतर सकते हैं. एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि वे अपनी मांगों को लेकर लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद उनकी सुनवाई नहीं हो रही है. ऐसे में एंबुलेंस कर्मचारियों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि प्रदेश में कभी भी एंबुलेंस सेवाएं उनके ओर से बंद की जा सकती है.
दरअसल, एंबुलेंस कर्मचारियों कि कुछ लंबित मांगी थी और इन मांगों को लेकर एंबुलेंस कर्मचारियों और सरकार के बीच सहमति भी बनी थी, लेकिन एंबुलेंस कर्मचारियों का आरोप है कि उन्हें आज तक लागू नहीं किया गया है. यूनियन का यह भी कहना है कि उनके ओर से लगातार एनएचएम के मिशन निदेशक को इस बारे में जानकारी दी जा रही है और कुछ समय पहले एक बार फिर एनएचएम निदेशक से वार्ता भी हुई थी, लेकिन बावजूद इसके अभी तक जो लंबित मांगे हैं उन पर सुनवाई नहीं की जा रही है.
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राजस्थान एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि कर्मचारियों की कुछ मांगों को लेकर यूनियन और सरकार के बीच बीते वर्ष कुछ मांगों पर सहमति बनी थी और राजस्थान उच्च न्यायालय ने भी मामले में हस्तक्षेप किया था. यूनियन का कहना है कि राजस्थान उच्च न्यायालय के आदेशों के अनुसार जारी किया गया वेतनमान अभी तक एंबुलेंस कर्मचारियों को नहीं मिल रहा है.