जयपुर.अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा ने शनिवार को एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया. प्रेस वार्ता के दौरान गुर्जर महासभा ने बताया कि पृथ्वीराज चौहान राजपूत नहीं, बल्कि एक गुर्जर सम्राट थे. इस बात को लेकर मुख्य रूप से पृथ्वीराज रासो, पृथ्वीराज विजय, दिल्ली ट्रैवल गाइड, भीम विलास बगड़ावत कथा समेत कई पुस्तकों का हवाला भी दिया हैं, जिनमें पृथ्वीराज चौहान को गुर्जर सम्राट बताया गया है.
अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा ने किया प्रेस वार्ता का आयोजन अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा ने कहा है कि यशराज बैनर के तले पृथ्वीराज चौहान पर एक फिल्म बनाई जा रही है और उन्होंने मांग की है कि इस पृथ्वीराज चौहान फिल्म में सच्चाई का चित्रण किया जाए. इस फिल्म में पृथ्वीराज चौहान को राजपूत नहीं, अपितु एक गुर्जर सम्राट के रूप में पेश किया जाए. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो गुर्जर समाज सड़कों पर उतर कर आंदोलन करेगा.
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वहीं, गुर्जर महासभा के पदाधिकारी डॉ. जितेंद्र सिंह से पूछा गया कि ऐसा करने पर राजपूत समाज आपका विरोध कर सकता है तो उन्होंने कहा कि पृथ्वीराज चौहान गुर्जर समाज से है और इसका हमारे पास प्रमाण है. यदि उनके पास प्रमाण है कि पृथ्वीराज चौहान राजपूत समाज से है तो फिर वे प्रमाण दिखाए. इसके लिए हम साझा कॉन्फ्रेंस करने के लिए भी तैयार है. हमारा राजपूतों से विरोध नहीं है, सिर्फ विचार की लड़ाई है.
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आचार्य वीरेंद्र विक्रम ने कहा कि गुर्जर समाज के इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है. साथ ही उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से मांग की कि पाठ्यक्रम में गुर्जर समाज के इतिहास को भी सही तरीके से पेश की जाए, जिससे गुर्जर समाज की गौरवशाली इतिहास के बारे में लोगों को पता चल सके. महासभा ने पृथ्वीराज चौहान फिल्म को लेकर कहा कि यदि इतिहास को सही तरीके से पेश नहीं किया गया तो कानूनी लड़ाई भी लड़ी जाएगी. इस दौरान मनीष गुर्जर, महेश लोहिया, नरेंद्र गुर्जर, नीरज भाटी सहित कई लोग मौजूद रहे.