जयपुर.प्रदेश में कोरोना (Coronavirus In Rajasthan) से करीब 32 महिलाओं की मौत तो हुई लेकिन सरकार की ओर से मृतक के परिजनों को मुआवजा नहीं मिल पाया और अब इसी मुद्दे को भाजपा ने उठाया है. भाजपा की राष्ट्रीय मंत्री अलका सिंह गुर्जर ने इस मामले में प्रदेश सरकार पर (Alka Gurjar targets Gehlot government) जुबानी हमला बोला है. उन्होने कहा कि ये मामले सरकार के महिला विरोधी चेहरे को उजागर कर रहे हैं.
केवल पुरुषों की मौत पर मिल रहा मुआवजा
दरअसल प्रदेश में कोरोना से रजिस्टर्ड मौतें 8967 हुई, जिनमें 3200 से अधिक महिलाएं हैं. लेकिन मुआवजा केवल पुरुषों की मौत पर ही मिल पाया है. सामाजिक न्याय एंव अधिकारिता विभाग इसके पीछे मौजूदा केटेगरी का हवाला देता है लेकिन भाजपा ने इसे प्रदेश सरकार के महिला विरोधी होने से जोड़कर पूरे मामले को सियासी रूप दे दिया है.
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BJP ने बताया प्रदेश सरकार का महिला विरोधी चेहरा
भाजपा की राष्ट्रीय मंत्री अलका सिंह गुर्जर के अनुसार राजस्थान महिला अपराध में तो नंबर वन ही चुका है. लेकिन अब प्रदेश सरकार का एक और महिला विरोधी चेहरा सामने आया है. जब कोरोना काल का ग्रास बनी महिलाओं के परिजनों को मुआवजा (Women Covid Compensation) नहीं मिला. यह स्थिति तो तब है जब केंद्र सरकार ने आपदा राहत के तहत 1481 करोड पिछले वर्ष ही दिए थे. यदि इन महिलाओं के परिजनों को मुआवजा मिलता भी तो महज 16 करोड़ ही खर्च होते.
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अलका गुर्जर ने की जल्द मुआवजा देने की मांग
अलका सिंह गुर्जर ने कहा कि प्रदेश सरकार से इस दिशा में ध्यान देते हुए पीड़ित परिवार को जल्द प्रतिपूर्ति और मुआवजा देने की मांग की है. गौरतलब है कि राज्य में सरकारी रिकॉर्ड में कोरोना से 8967 मौतें हुई है इनमें से करीब 64% पुरुष कैटेगरी में है और 36% महिला केटेगरी में है. प्रदेश में कोरोना से 8967 मौतें रजिस्टर्ड हैं, जिनमें 3200 से अधिक महिलाएं हैं. जिन्हें मुआवजा दिया गया, उनमें 8822 ऐसी महिलाएं हैं, जिनके पति की मौत कोरोना या संक्रमण के बाद एक माह के दौरान हुई. भले ही रिपोर्ट निगेटिव रही हो.