जयपुर. सियासी गलियारों में चर्चा है कि गहलोत नहीं चाहते कि बजट सत्र खत्म होने से पहले कैबिनेट में किसी तरीके का विस्तार या बड़ी राजनीतिक नियुक्तियां हों. ऐसे में पवन बंसल और रात को अजय माकन का जयपुर पहुंचना क्या मुख्यमंत्री के लिए आलाकमान का कोई मैसेज है.
राजस्थान में बजट सत्र 10 फरवरी से शुरू होने जा रहा है, लेकिन उससे ठीक पहले जिस तरीके से राजनीतिक नियुक्तियों और मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं और आज जिस तरीके से कांग्रेस पार्टी के कोषाध्यक्ष पवन बंसल का राजस्थान दौरे पर आना और उसके ठीक बाद आज रात को ही अजय माकन के जयपुर पहुंचने से राजस्थान की राजनीति में फिर से हलचल शुरू हो गई है. भले ही पवन बंसल यह कहें कि वो राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की प्रॉपर्टी कहां है और कांग्रेस पार्टी के दफ्तर कहां बन सकते हैं, इसके चर्चा करने आए हैं. लेकिन जिस तरीके से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पहले बिना बताए पवन बंसल की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंचना और उसके बाद प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में कुछ देर बैठने के बाद उन्हें साथ लेकर मुख्यमंत्री आवास चले जाने की तस्वीर आई, उससे लगता है कि राजस्थान में अंदरखाने कांग्रेस की राजनीति में कुछ ना कुछ चल रहा है.
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