जयपुर. लॉकडाउन के कारण लोगों को भले परेशानी हुई हो लेकिन इसका सुखद पहलू ये है कि राजस्थान में प्रदूषण का स्तर (Pollution level in Rajasthan) कम हुआ और शहरवासियों को शुद्ध हवा मिली. अब अनलॉक में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को छूट देने के साथ ही प्रदूषण का स्तर भी बढ़ने लगा है. राजस्थान के अधिकतर शहरों में प्रदूषण का स्तर यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स (air quality index) 100 के पार जाने लगा है.
मई में बदला पारे का मिजाज
पिछले कई वर्षों में पहली बार ऐसा हुआ कि मई महीने में न पारा बढ़ा और न ही प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी हुई. हर साल राजस्थान में मई महीने में तापमान बढ़कर 50 डिग्री तक पहुंच जाता है. लेकिन इस बार मई-जून में औसतन तापमान 40-42 डिग्री के आस-पास ही रहा. 8 मई से सरकार ने लॉकडाउन लगाया तो प्रदूषण के स्तर में कमी आने लगी.
उदयपुर, पाली, जयपुर को छोड़ दें तो अधिकतर शहरों में एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 के अंदर ही बना रहा. इसकी वजह लॉकडाउन के साथ-साथ मई महीने में हुई बारिश भी रही. वाहन नहीं चलने और बारिश के कारण हवा साफ हो गई और वातावरण में ताजगी रही. जबकि अप्रैल के शुरुआती हफ्ते में राजस्थान का एयर क्वालिटी इंडेक्स 280 के करीब था. मई महीने में एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 के भीतर आ गया.
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पिछले वर्ष मई 2020 और जून के शुरूआती 10 दिन की बात करें तो एयर क्वालिटी इंडेक्स 180 के पार तक दर्ज किया गया था. हालांकि लॉकडाउन के कारण पिछले साल जयपुर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 50 तक भी पहुंच गया था. यानी शहर की आबोहवा को सुधारने में लॉकडाउन काफी मददगार रहा.