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SPECIAL : लॉकडाउन के कारण शुद्ध हुई शहरों की आबोहवा...अनलॉक के साथ बढ़ने लगा वायु प्रदूषण का स्तर

लॉकडाउन (lockdown) लगने के कारण आम जीवन ठहर गया. लेकिन इसकी वजह से पर्यावरण (environment) पर सकारात्मक असर पड़ा है. शहरों की आबोहवा शुद्ध हुई है. अनलॉक (unlock) के साथ-साथ अब एयर क्वालिटी (air quality) पर भी बुरा असर होने लगा है.

Pollution level in Rajasthan
अनलॉक के बाद बढ़ रहा प्रदूषण

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Published : Jun 12, 2021, 6:44 PM IST

Updated : Jun 13, 2021, 3:01 PM IST

जयपुर. लॉकडाउन के कारण लोगों को भले परेशानी हुई हो लेकिन इसका सुखद पहलू ये है कि राजस्थान में प्रदूषण का स्तर (Pollution level in Rajasthan) कम हुआ और शहरवासियों को शुद्ध हवा मिली. अब अनलॉक में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को छूट देने के साथ ही प्रदूषण का स्तर भी बढ़ने लगा है. राजस्थान के अधिकतर शहरों में प्रदूषण का स्तर यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स (air quality index) 100 के पार जाने लगा है.

मई में बदला पारे का मिजाज

पिछले कई वर्षों में पहली बार ऐसा हुआ कि मई महीने में न पारा बढ़ा और न ही प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी हुई. हर साल राजस्थान में मई महीने में तापमान बढ़कर 50 डिग्री तक पहुंच जाता है. लेकिन इस बार मई-जून में औसतन तापमान 40-42 डिग्री के आस-पास ही रहा. 8 मई से सरकार ने लॉकडाउन लगाया तो प्रदूषण के स्तर में कमी आने लगी.

अनलॉक में फिर बिगड़ रही हवा

उदयपुर, पाली, जयपुर को छोड़ दें तो अधिकतर शहरों में एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 के अंदर ही बना रहा. इसकी वजह लॉकडाउन के साथ-साथ मई महीने में हुई बारिश भी रही. वाहन नहीं चलने और बारिश के कारण हवा साफ हो गई और वातावरण में ताजगी रही. जबकि अप्रैल के शुरुआती हफ्ते में राजस्थान का एयर क्वालिटी इंडेक्स 280 के करीब था. मई महीने में एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 के भीतर आ गया.

पढ़ें- 2020 की तुलना 2021 में ठंडी रही मई, AQI में भी 50 फीसदी तक की गिरावट

पिछले वर्ष मई 2020 और जून के शुरूआती 10 दिन की बात करें तो एयर क्वालिटी इंडेक्स 180 के पार तक दर्ज किया गया था. हालांकि लॉकडाउन के कारण पिछले साल जयपुर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 50 तक भी पहुंच गया था. यानी शहर की आबोहवा को सुधारने में लॉकडाउन काफी मददगार रहा.

अनलॉक के बाद बढ़ रहा प्रदूषण

अनलॉक के साथ बढ़ने लगा प्रदूषण

राजस्थान में 8 जून से पब्लिक ट्रांसपोर्ट को दोबारा से शुरू कर दिया गया है. इसके साथ ही प्रदूषण का स्तर भी बढ़ने लगा है. कई शहरों में एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 को पार कर गया है. आने वाले दिनों में वाहनों की आवाजाही बढ़ेगी तो जाहिर तौर पर प्रदूषण भी बढ़ेगा. बता दें 101 से 200 एयर क्वालिटी इंडेक्स का स्तर मॉडरेट माना जाता है. ऐसे में आमजन अगर धुआं छोड़ने वाले वाहनों का उपयोग कम से कम करें तो हवा को आदर्श स्थिति में कायम रखा जा सकता है.

2020 में 8 बार प्रदूषण का स्तर पहुंचा था ऑरेंज जोन में

प्रदूषण नियंत्रण मंडल के आंकड़ों को देखा जाए तो जयपुर का प्रदूषण स्तर 2020 में 8 बार ऑरेंज जोन (orange zone) में पहुंचा था. जयपुर की आबोहवा में प्रदूषण का जहर घुलने लगा था. अस्थमा, दमा के रोगी बढ़ने लगे थे. जयपुर शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 275 को पार कर गया था. ऐसे में अब अंदेशा जताया जा रहा है कि अनलॉक होने के साथ ही शहर का प्रदूषण स्तर भी 200 के आंकड़े के पार चला जाएगा.

एयर क्वालिटी इंडेक्स

एयर क्वालिटी इंडेक्स

राजस्थान में प्रदूषण का स्तर

राजस्थान में प्रदूषण का स्तर
Last Updated : Jun 13, 2021, 3:01 PM IST

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