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GDP में भारी गिरावट पर बोले विवेक बंसल, 'ठोस कदम न उठाए तो बदतर होंगे हालात'

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Published : Sep 1, 2020, 1:57 PM IST

जीडीपी में आई बड़ी गिरावट के बाद अर्थव्यवस्था लड़खड़ा गई है. इस बारे में एआईसीसी सचिव विवेक बंसल ने कहा कि कांग्रेस सरकार की बार-बार चेतावनी देने के बाद भी पीएम और वित्त मंत्री ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. अब भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो स्थिति इतनी बदतर हो जाएगी कि सोच भी नहीं सकते.

AICC Secretary Vivek Bansal
एआईसीसी सचिव विवेक बंसल

जयपुर.जीडीपी में आई भारी गिरावट से अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. इस बारे में एआईसीसी सचिव विवेक बंसल ने कहा है कि राहुल गांधी के बार-बार अर्थव्यवस्था चरमराने, बेरोजगारी बढ़ने और उद्योग धंधे ठप होने की चेतावनी के बावजूद केंद्र सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. यदि वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री की ओर से अभी भी ध्यान नहीं दिया गया तो स्थितियां कल्पना से ज्यादा बदतर हो सकती हैं.

जीडीपी में भारी गिरावट पर बोले एआईसीसी सचिव विवेक बंसल

देश की जीडीपी में 23.9 फीसदी की आई भारी गिरावट के बाद अब देश की अर्थव्यवस्था को लेकर चिंता गहरा गई है. इसे लेकर अब कांग्रेस पार्टी केंद्र सरकार के गलत आर्थिक कदमों पर सवाल उठा रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मामले में ट्वीट किया है कि देश की अर्थव्यवस्था लंबे समय से गिरती जा रही है, लेकिन एनडीए सरकार इस पर कोई कदम नहीं उठा रही है. कांग्रेस पार्टी की ओर से दिए गए सभी सुझाव और चेतावनी को पूरी तरीके से नजरअंदाज कर दिया गया है. वहीं, राजस्थान कांग्रेस के सह प्रभारी और एआईसीसी के सचिव विवेक बंसल ने देश की अर्थव्यवस्था का इस तरीके से खराब होना दुर्भाग्यपूर्ण बताया है.

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सचिव विवेक बंसल ने कहा कि अर्थव्यवस्था रसातल में चली गई है, जबकि राहुल गांधी बार-बार सरकार को यह चेता रहे थे कि अर्थव्यवस्था चरमरा रही है, बेरोजगारी बढ़ रही है और उद्योगों का बुरा हाल है. इसके बावजूद वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री ने कांग्रेस की बातों को स्वीकार नहीं किया, बल्कि वह तो आर्थिक व्यवस्था को बैंकों के माध्यम से सही करने की बात कहते नजर आए. अब जब जीडीपी के आंकड़े सामने आ गए हैं तो समझ नहीं आ रहा है कि आगे क्या होगा. बंसल ने कहा कि आने वाला समय और भी ज्यादा कठिन प्रतीत हो रहा है. अभी भी कोई सार्थक कदम नहीं उठाए गए तो स्थितियां कल्पना से भी परे हो जाएंगी.

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