जयपुर. प्रदेश में 6 जिलों में चल रहे पंचायत राज चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण का मतदान बुधवार को होगा. उसके बाद भाजपा शुरू करेगी प्रशिक्षण के नाम पर अपने प्रत्याशियों की बाड़ाबंदी की. प्रदेश भाजपा ने संबंधित जिला इकाइयों को इस बारे में निर्देश दे दिया है. चुनाव परिणाम से पहले भाजपा नेताओं को डर है कि मौजूदा प्रदेश सरकार सत्ता का दुरुपयोग कर जिताऊ प्रत्याशियों की तोड़-फोड़ दिया उन पर अनैतिक दबाव ना बनाएं.
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प्रदेश में 6 जिलों में चल रहे पंचायत राज चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण का मतदान बुधवार को होगा और उसके बाद भाजपा शुरू करेगी प्रशिक्षण के नाम पर अपने प्रत्याशियों की बाड़ाबंदी कर दी. प्रदेश भाजपा ने संबंधित जिला इकाइयों को इस बारे में निर्देश दे दिया है. चुनाव परिणाम से पहले भाजपा नेताओं को डर है कि मौजूदा प्रदेश सरकार सत्ता का दुरुपयोग कर जिताऊ प्रत्याशियों की तोड़फोड़ दिया उन पर अनैतिक दबाव ना बनाएं.
भाजपा अब प्रशिक्षण के नाम पर प्रत्याशियों की कि बाड़ेबंदी हालांकि भाजपा प्रदेश महामंत्री और इन चुनावों के लिए बनाए गए प्रदेश समन्वयक सुशील कटारा के अनुसार प्रशिक्षण शिविर को पार्टी की सामान्य गतिविधि बता रहे हैं, लेकिन साथ ही यह कहने से भी गुरेज नहीं करते कि जिस तरह पिछले चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने भाजपा प्रत्याशियों पर अनैतिक रूप से दबाव बनाकर तोड़फोड़ की कोशिश की थी इस बार भी इसकी संभावनाओं को नकारा नहीं जा सकता. लिहाजा पार्टी इन चुनावों में पहले से ही सतर्क है और आवश्यक सावधानी भी बरत रही है.
वहीं, प्रशिक्षण वर्ग के नाम पर होने वाली प्रत्याशियों की वार्ड बंदी को लेकर भी प्रदेश भाजपा पदाधिकारियों का कहना है कि भाजपा सभी प्रकार के चुनाव के परिणाम से पहले पार्टी की रीति नीति और जिला प्रमुख और प्रधान के चुनाव का प्रशिक्षण देने के लिए इस प्रकार के शिविरों का आयोजन करती है और इस बार भी जिला इकाई और संबंधित चुनाव प्रभारी अपने-अपने क्षेत्रों में आवश्यकता अनुसार यह काम करेंगे. बताया जा रहा है जयपुर जिला परिषद के भाजपा प्रत्याशियों को अजमेर या पुष्कर में प्रशिक्षण के नाम पर रखा जा सकता है.
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गौरतलब है कि प्रदेश में जयपुर, जोधपुर, भरतपुर, सवाई माधोपुर, दौसा और सिरोही जिलों में 6 जिला परिषद और 78 पंचायत समितियों में तीन चरणों में पंचायत राज चुनाव होने हैं. 1 सितंबर को तीसरे चरण के तहत मतदान होगा और फिर 4 सितंबर को मतगणना और परिणाम जारी किए जाएंगे. 6 सितंबर को जिला परिषद प्रमुख और प्रधान के चुनाव होंगे. माना जा रहा है कि 1 सितंबर के बाद प्रत्याशियों की होने वाली बाड़ाबंदी 6 सितंबर तक जारी रहेगी.