जयपुर. नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा था कि अगर भाजपा न होती, तो भगवान राम समुद्र में पड़े होते. उनके कहने का आशय तो ये था कि भाजपा ने ही राम मंदिर का रास्ता साफ किया. लेकिन सवाल ये उठा कि भाजपा भगवान राम से है या भगवान राम भाजपा से हैं.
खैर, कटारिया के इस बयान पर विवाद होना था, हुआ भी. राजस्थान कांग्रेस ने इसे मुद्दा बना लिया और कटारिया को घेर लिया. गुलाबचंद कटारिया को सफाई देनी ही पड़ी. क्योंकि इससे पहले वे महाराणा प्रताप पर भी विवादित बयान देकर फंस चुके थे. कटारिया ने सफाई देते हुए कहा कि मैं सपने में भी भगवान राम के अपमान की बात नहीं सोच सकता.
कटारिया ने आगे कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होने से कांग्रेस के वोटों की खेती का नुकसान हुआ है. इसलिए कांग्रेस नेता मेरे बयान को भगवान राम का अपमान बता रहे हैं. कटारिया ने इस मसले पर परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास का नाम लिए बगैर कहा कि जिन्होंने 70 साल तक भगवान राम का अपमान किया, अब वे लोग मुझे सर्टिफिकेट दे रहे हैं.
कटारिया ने फिर कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं के संघर्ष के कारण ही आज अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो रहा है. कटारिया ने कहा कि मुझ पर आरोप लगाने वाले पहले मेरे भाषण को पूरा सुनें कि मैंने किस पीड़ा के आधार पर ये बात कही थी.
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मर्यादा पुरुषोत्तम राम हमारे आदर्श
अपने बयान में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम राम हमारे आदर्श पुरुष हैं. अगर लालकृष्ण आडवाणी रथ यात्रा नहीं निकालते और बीजेपी कार्यकर्ता इसके लिए संघर्ष नहीं करते तो आज मंदिर निर्माण का सपना पूरा नहीं होता. अयोध्या में राम मंदिर के लिए राम भक्तों को आजादी के 70 साल बाद भी इंतजार करना पड़ा. हम भाग्यशाली हैं कि हमारी पार्टी ने राम मंदिर निर्माण के लिए रथ यात्रा शुरू की और बीजेपी कार्यकर्ता दो बार कार सेवा में भी गए. अब जब राम मंदिर निर्माण शुरू हुआ है तो कांग्रेस को वोटों का नुकसान हो रहा है. इसलिये ये मेरे बयान को राम का अपमान बता रहे हैं.
क्या कहा था गुलाबचंद कटारिया ने
पिछले दिनों नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा था कि अगर बीजेपी नहीं होती तो भगवान राम समुद्र में होते. कटारिया ने जनता से धर्म के नाम पर वोट देने की अपील की थी. सड़क और नालियों के मुद्दों को उन्होंने गौण बता दिया था. परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने इसका विरोध करते हुए प्रधानमंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से अपील की थी कि वे जनता के सामने कटारिया के बयान पर जवाब दें.