जयपुर. बृहस्पति ग्रह सबसे भाग्यशाली और शक्तिशाली ग्रह माना गया है, जो 20 जून के बाद अपनी चाल बदल रहे हैं. इसके बाद देवगुरु कुंभ राशि में वक्री हो जाएंगे. गुरु के राशि बदलने से सभी राशियों पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.
ज्योतिषाचार्य ने बताया ब्रहस्पति के अशुभ फल से बचने के उपाय पढ़ेंःआयुक्त के जरिए धारीवाल BVG से वसूलना चाहते थे मोटी रकम, सौम्या गुर्जर के रोड़ा बनने पर हुई कार्रवाई: मदन दिलावर
दरअसल सभी देवताओं के गुरु माने जाने वाले बृहस्पति का उलटी चाल चलना आमजनता के स्वास्थ्य के लिहाज ठीक नहीं है, ऐसे में लोगों को अपने स्वास्थ्य को लेकर और भी सावधान रहना होगा. ज्योतिषशास्त्री प. दिनेश मिश्रा ने बताया कि, गुरु राशि परिवर्तन करने के लिए 13 महीने का समय लेते हैं.
बृहस्पति पिछले 5 अप्रैल से कुंभ राशि में विराजमान हैं और इसी राशि में वक्री हो रहे हैं. 14 सितंबर तक कुंभ राशि में रहने के बाद वक्री अवस्था में मकर राशि में विराजमान होंगे. जहां 20 नवंबर तक रहेंगे. उसके बाद फिर से मार्गी होकर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे, जो सितंबर 2022 तक इसी राशि में ही रहेंगे.
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बता दें कि, देवगुरु धनु और मीन राशि के स्वामी है. गुरु ग्रह के कारण ही हर जातक का शादी-ब्याह होता है और ज्ञान की व्रद्धि होत है, जो बाद में धनलाभ का भी कारक बनता है. इसलिए ज्योतिष शास्त्र में देवगुरु बृहस्पति को सबसे लाभकारी ग्रह माना जाता है, लेकिन कुंडली में देवगुरु बृहस्पति की स्थिति अशुभ होने से अशुभ फल प्राप्त होता है. जिसके चलते लोगों की समस्याएं बढ़ जाती हैं. इस दौरान जातक बेहद आर्थिक तंगी से गुजरता है. उसके पास कई तरह की अनचाही समस्याएं आ जाती हैं, लेकिन कुछ ज्योतिष उपायों को करने से देवगुरु के अशुभ फल से बचा भी जा सकता है.
ब्रहस्पति के अशुभ फल से बचने के लिए करें ये उपायः
- प्रतिदिन जल में हल्दी डालकर स्नान करने से करियर में सफलता मिलती है
- देवगुरु बृहस्पति ग्रह की स्थिति शुभ करने के लिए हर दिन केसर का तिलक लगाना चाहिए
- गुरुवार के दिन ब्रह्म-मुहूर्त में उठकर स्नानादि करके भगवान विष्णु व लक्ष्मी माता की पूजा करनी चाहिए
- ओम ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम: मंत्र का जप करने से सफलता मिलने के प्रबल योग बनते हैं
- गुरुवार के दिन ही किसी तरह के पैसे का लेनदेन करने से बचना चाहिए
गुलाब कौशल्या चेरिटेबल ट्रस्ट ने 50 परिवारों को राशन सामग्री किट दिया
महाप्रज्ञ सेवा प्रकल्प के अन्तर्गत गुलाब कौशल्या चेरिटेबल ट्रस्ट जयपुर की ओर से असहाय, निर्धन और जरुरतमंद लोगों को कोविड 19 वैश्विक महामारी के मध्य नजर 500 राशन सामग्री किट वितरण अभियान के तहत तीसरे चरण में मंगलवार को 50 परिवारों को राशन सामग्री किट दिया गया.
गुलाब कौशल्या चेरिटेबल ट्रस्ट ने बांटी सामग्री किट इस मौके पर कांग्रेस नेत्री अर्चना शर्मा ने कहा कि, गुलाब कौशल्या चेरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से समाजसेवी नरेश मेहता लगातार जन सेवा कार्यो में लगे रहते हैं जो कि बहुत प्रशंसनीय कार्य है. कोरोना के इस कठिन समय में जरुरतमंदो को राशन सामग्री किट वितरण करना उत्कृष्ट सेवा कार्य है. मानव सेवा करने में आनन्द की अनुभूति होती है.
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इस मौके पर मेहता ने बताया कि, गत वर्ष कोरोना के चलते भी ट्रस्ट की ओर से जन सेवार्थ कई गतिविधियां की गई थी. समिति सदस्य विनोद जैन 'कोटखावदा' के अनुसार गुलाब कौशल्या चेरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से पदमपुरा में पदम ज्योति नैत्र चिकित्सालय संचालित है, जिसमें आंखों का निशुल्क ईलाज और नेत्र प्रत्यारोपण आपरेशन आदि किया जाता है. अब तक आंखों के लगभग 42 हजार आपरेशन कर लैंस लगाये जा चुके हैं.
वहीं, ट्रस्ट की अन्य गतिविधियों में असहाय व निर्धन बच्चों को छात्रवृति, बालिकाओं को निशुल्क शिक्षा, अनाथ आश्रम, कोढ़ी आश्रम में सहयोग, रक्तदान शिविर, चिकित्सा शिविर, नि:शुल्क सिटी स्केन, शीतल जल मंदिर, भूकंप व तूफ़ान पीडितों की मदद, सहित अभी वर्तमान में आक्सीजन सिलैंडर, आक्सीजन कांसटेटर मशीन, निशुल्क कोविड वैक्सीनेशन शिविर लगाये गये हैं.