जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय (RU) के संघटक कॉलेजों में दाखिला लेने में आरबीएसई के छात्रों को ज्यादा जद्दोजहद नहीं करनी पड़ती. उनकी मार्कशीट में आई परसेंटेज के आधार पर उनका सीधा एडमिशन हो जाता है. लेकिन सीबीएसई, आईबी बोर्ड, मदरसा बोर्ड सहित दूसरे राज्यों के बोर्ड को लेकर अलग नियम बने हुए (Admission in RU and govt colleges) हैं. कारण साफ है कि सीबीएसई और आईबी बोर्ड में छात्र के 6 सब्जेक्ट के आधार पर मार्कशीट तैयार होती है. ऐसे में कहीं उन्हें फर्स्ट फाइव, तो कहीं बेस्ट फाइव के आधार पर कैलकुलेट कर एडमिशन दिया जाता है. इसके साथ ही आरबीएसई की तुलना में कई अतिरिक्त सर्टिफिकेट भी जमा कराने होते हैं. यही वजह है कि राजस्थान विश्वविद्यालय के संघटक कॉलेजों और सरकारी कॉलेजों में दाखिले से पहले छात्र कई मर्तबा सोचते हैं.
अपने भविष्य को संवारने के लिए 12वीं में छात्र पढ़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ता. कारण साफ है 12वीं के बाद उसे कॉलेज का रुख करना होता है और इसी 12वीं की मार्कशीट के दम पर वो अच्छे से अच्छे कॉलेज में दाखिले के लिए आवेदन करता है. मध्यम और गरीब वर्ग के छात्रों की कोशिश रहती है कि उन्हें राजस्थान विश्वविद्यालय के संघटक कॉलेज या फिर सरकारी कॉलेजों में दाखिला मिल जाए. इस क्रम में बीते दिनों एडमिशन का दौर चला.
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चौथी लिस्ट आने की संभावना- संघटक कॉलेजों में एडमिशन की चौथी लिस्ट आने के चांस हैं. वहीं सरकारी कॉलेजों में एडमिशन पूरे हो चुके हैं. हालांकि इन एडमिशन में कुछ छात्र ऐसे भी थे जो आरबीएसई और सीबीएसई से ना होकर दूसरे बोर्ड के थे. जिन्हें हाई परसेंटेज होने के बावजूद एडमिशन को लेकर जद्दोजहद करनी पड़ी. राजस्थान विश्वविद्यालय के कॉमर्स कॉलेज में 93 परसेंटेज के साथ एडमिशन के लिए आवेदन करने वाले आदित्य की भी यही कहानी है. जिसका कारण था उनका इंटरनेशनल बोर्ड से होना. हालांकि आदित्य अकेले ऐसे छात्र नहीं है, उनके अलावा भी कई छात्र विश्वविद्यालय की एडमिशन प्रक्रिया की वजह से यहां एडमिशन लेने से ही कतराते हैं.
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इन बोर्डों के विद्यार्थी भी दिखाते हैं रुचि- राजस्थान बोर्ड और सीबीएसई बोर्ड के अलावा यूनिवर्सिटी के संघटक कॉलेजों और सरकारी कॉलेजों में आईबी बोर्ड, मदरसा बोर्ड, स्टेट ओपन बोर्ड और दूसरे राज्यों से आने वाले छात्र विशेषकर यूपी और हरियाणा बोर्ड के छात्र रुचि दिखाते हैं. हालांकि राजस्थान यूनिवर्सिटी के संघटक कॉलेजों की बात करें, तो राजस्थान बोर्ड के अलावा सभी बोर्ड के लिए अलग और स्पष्ट गाइडलाइन भी जारी कर रखी है.