जयपुर. राजस्थान हाईकोर्ट के निर्देशों के बाद सोमवार को नाहरगढ़ जंगल से अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त किया गया. वन भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को लेकर हाईकोर्ट ने वन विभाग को फटकार लगाते हुए अवैध अतिक्रमण को जल्द से जल्द हटाने के निर्देश दिए थे, जिसके बाद सोमवार को वन विभाग की टीम ने विश्वकर्मा इलाके में स्थित आकेड़ा डूंगर गांव और उसके आस-पास के करीब 1200 बीघा वन भूमि से अतिक्रमण हटाया.
बता दें कि करीब 1200 बीघा जमीन पर अवैध अतिक्रमण कर फार्म हाउस बनाए गए थे. वन विभाग की टीम ने सोमवार को करीब 6 से ज्यादा स्ट्रेक्चर्स को बुल्डोजर की मदद से ध्वस्त किया. उप वन संरक्षक सुदर्शन शर्मा के नेतृत्व में वन विभाग के साथ हरमाड़ा और विश्वकर्मा थाना पुलिस की टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया. कार्रवाई के दौरान 150 से भी ज्यादा वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों के साथ पुलिसकर्मी भी मौजूद रहे.
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जानकारी के अनुसार वन विभाग की जमीन पर भूतेश्वर महादेव मंदिर के पीछे कई नामचीन हस्तियों के फार्म हाउस और बंगले बने हुए थे. रिटायर्ड अधिकारी और उसके पूरे परिवार का जमीन पर कब्जा बताया जा रहा है और पूरा मामला करीब 1200 बीघा भूमि से जुड़ा हुआ है. लेकिन करीब 350 बीघा भूमि पर ही निर्माण कर अतिक्रमण किया गया था, जिनको ध्वस्त किया गया है. काफी समय से वन विभाग को अवैध अतिक्रमण की शिकायतें मिल रही थी. हाईकोर्ट के आदेशों के बाद सोमवार को अतिक्रमण ध्वस्त किया गया.
जमीन को कराया अतिक्रमण मुक्त वन विभाग के डीएफओ सुदर्शन शर्मा के मुताबिक वन विभाग की जमीन पर अतिक्रमण कर लिया गया था. कोर्ट के आदेश के बाद अतिक्रमण मुक्त करने की कार्रवाई की गई है. उन्होंने बताया कि विश्वकर्मा औद्योगिक क्षेत्र (वीकेआई) के पास नाहरगढ़ अभ्यारण्य क्षेत्र में कब्जा किया गया था, जिसे वन विभाग ने बुल्डोजर चलाकर अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया.