जयपुर.राजधानी जयपुर की झोटवाड़ा पंचायत समिति में 62 बोरिंग को निजी उपयोग में लेने के मामले में एसीबी ने जांच शुरू कर दी है. मामले में एसीबी ने पूरा रिकॉर्ड तलब किया है. झोटवाड़ा पंचायत समिति में एक करोड़ के 62 बोरिंग को सरकारी स्कूल-अस्पताल की जगह निजी फार्म हाउस, मैरिज गार्डन, प्राइवेट घर, खेत, प्राइवेट स्कूल में लगाने के मामले में एसीबी ने पूरा रिकॉर्ड तलब करके जांच शुरू कर दी है.
जानकारी के मुताबिक झोटवाड़ा पंचायत समिति में 5 साल पहले सरकारी पैसों के दुरूपयोग के खेल का जांच में खुलासा हुआ है. करीब 5 साल पहले सरकारी पैसे का दुरूपयोग करके बोरिंग बनाए गए थे, जिनको निजी उपयोग में लिया जा रहा है. जांच में खुलासा हुआ है कि ग्राम सेवक, बीडीओ, प्रधान, एईएएन, जेईएन सरपंच दोषी हैं.
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5 साल पहले झोटवाड़ा पंचायत समिति की 4 ग्राम पंचायतों में बिना टेंडर के ही करीब 62 लोगों के घरों और फार्म हाउस पर बोरिंग लगाए गए थे. मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचा तो तत्कालीन कलेक्टर सिद्धार्थ महाजन ने इसकी जांच करवाई. जांच में सामने आया है कि बोरिंग सरकारी स्कूल और हॉस्पिटल में लगाने की बजाय निजी लोगों के फार्म हाउस, निजी घर, मैरिज गार्डन, निजी स्कूल और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में लगा दिए गए.