जयपुर. राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भ्रष्टाचार को काफी गंभीरता से लेते हुए एसीबी के आला अधिकारियों को भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. भ्रष्टाचार फैलाने वाले लोगों के खिलाफ राजस्थान एसीबी की ताबड़तोड़ कार्रवाई लगातार जारी है.
माना कि राजस्थान सबसे भ्रष्ट राज्य है, लेकिन यदि भ्रष्टाचार फैलाने वाले लोगों के खिलाफ एसीबी की कार्रवाई का आंकड़ा देखा जाए तो प्रति वर्ष राजस्थान एसीबी भ्रष्टाचार फैलाने वाले लोगों पर बड़े पैमाने के साथ शिकंजा कस रही है. राजस्थान में कोई भी ऐसा महकमा नहीं है जहां पर भ्रष्टाचार फैलाने वाले बाबू से लेकर बड़े अधिकारी तक एसीबी की गिरफ्त में ना आए हो. हाल ही में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी एसीबी मुख्यालय पहुंचकर आला अधिकारियों की एक बैठक ली थी जहां पर भ्रष्टाचार फैलाने वाले लोगों को बिल्कुल भी नहीं बख्शने की नसीहत दी गई.
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राजस्थान एसीबी चिकित्सा विभाग, पुलिस विभाग, परिवहन विभाग सहित विभिन्न विभागों में भ्रष्टाचार फैलाने वाले लोगों पर नकेल कसने में लगी हुई है. ट्रैप की कार्रवाई के साथ-साथ एसीबी द्वारा आय से अधिक संपत्ति के मामले में और साथ ही पद के दुरुपयोग के मामलों में भी ताबड़तोड़ कार्यवाही की जा रही है.
वर्ष 2015 से लेकर वर्ष 2019 तक एसीबी द्वारा 1 जनवरी से 31 अक्टूबर तक की गई कार्रवाई का ब्यौरा
वर्ष 2015 में एसीबी की कार्रवाई
- ट्रैप की कार्रवाई- 204
- आय से अधिक संपत्ति की कार्रवाई- 11
- पद के दुरुपयोग की कार्रवाई- 94