जयपुर. प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था और छात्रों की समस्याओं को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने गुरुवार को कांग्रेस सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सभी जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया. इस दौरान सरकार (Gehlot Government) के खिलाफ नारे भी लगाए. जयपुर जिला जिला कलक्ट्रेट पर एबीवीपी कार्यकर्ताओं की पुलिस से नोकझोंक भी हुई.
सरकार के खिलाफ एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश मंत्री हुश्यार सिंह मीणा (Hoshiyar Singh Meena) के नेतृत्व में प्रदर्शन किया. इस दौरान हुश्यार सिंह मीणा ने कहा कि कांग्रेस सरकार छात्रों को बेरोजगारी भत्ता देने और छात्राओं को निःशुल्क शिक्षा देने के नाम पर सत्ता में आई थी. लेकिन सत्ता में आने के बाद कांग्रेस ने कोई भी वादा पूरा नहीं किया.
मीणा ने कहा कि प्रदेश में बेरोजगार दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं. बेरोजगारों के लिए निकाली गई भर्तियां भी कोर्ट में लंबित पड़ी हैं. उन्होंने कहा कि यदि सरकार हमारी मांग नहीं मानती है तो सरकार के खिलाफ विधानसभा का घेराव करेंगे. जब तक हमारी मांग नहीं मानी जाती है तब तक हम चुप बैठने वाले नहीं हैं.
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उन्होंने कहा कि आरएएस भर्ती में जो भ्रष्टाचार हुआ है, उसकी सीबीआई से जांच कराई जाए और शिक्षा मंत्री को बर्खास्त किया जाए. निजी विश्वविद्यालय में भी सरकारी विश्वविद्यालयों की तरह फीस का निर्धारण किया जाए. साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन ने कोरोना काल में अलग-अलग मदों में छात्रों से फीस वसूली की है और जिस मद का उपयोग नहीं किया गया है, उसकी फीस छात्रों को वापस दी जाए.
पुलिस से हुई नोकझोंक
कलक्ट्रेट कार्यालय के बाहर टेंट लगाने को लेकर एबीवीपी कार्यकर्ताओं की पुलिस से नोकझोक भी देखने को मिली. दरअसल धूप से बचने के लिए एबीवीपी कार्यकर्ता टेंट लगाना चाह रहे थे, जबकि पुलिस ने उसकी परमिशन नहीं दी. एबीवीपी कार्यकर्ता टेंट लगाने की जिद पर अड़ गए. इस बीच प्रदेश मंत्री हुश्यार सिंह मीणा और कार्यकर्ताओं की पुलिस से नोकझोक हुई.