नई दिल्ली/ जयपुर : राजस्थान के कोटा में स्थित जेके लोन सरकारी अस्पताल में पिछ्ले 33 दिनों में 104 शिशुओं की मौत हो चुकी है. हालांकि बच्चों की मौत के आंकड़ों को लेकर लगातार सियासत जारी है. जिसमें राजनीतिक पार्टियां केवल एक दूसरे को इस मामले के लिए जिम्मेदार ठहराने में लगी हैं. इस पूरे मामले को लेकर शुक्रवार को केंद्र सरकार ने सक्रियता दिखाते हुए विशेषज्ञों की एक टीम को कोटा भेजने का फैसला किया है. इसके अलावा राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने भी कोटा दौरा किया है.
इस मुद्दे को लेकर हो रहे राजनीतिकरण और राज्य सरकार का बचाव करते हुए चिकित्सा राज्यमंत्री सुभाष गर्ग ने कहा है, कि " यह जो कुछ भी हो रहा है, वह पूरी तरीके से राजनीति है, लेकिन मेरा यह मानना है, कि लाशों पर राजनीति नहीं करनी चाहिए. केंद्र सरकार का जो यह प्रयास है, वह बेहद गलत है. राज्य सरकार इस पूरे मामले को लेकर बहुत संवेदनशील है. राजस्थान के मुख्यमंत्री खुद इस पूरे मामले का जायजा ले रहे हैं. आज भी स्वास्थ्य मंत्री और पर्यावरण मंत्री वहां गए हैं. पिछले दिनों शिक्षा मंत्री ने वहां पर 2 दिन लगातार कैंप भी लगाया था. यह जो कुछ भी हुआ वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन इससे हमने यही सबक लिया है, कि ऐसा कुछ आगे आने वाले दिनों में ना हो."