जयपुर. बीती ताहि बिसार दे, आगे की सुधि लेई. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने शनिवार को पार्टी से बगावत करने वाले घनश्याम तिवाड़ी को दोबारा पार्टी से जोड़ते हुए ये पंक्तियां कही. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस सरकार को अराजक, भ्रष्ट और निकम्मी सरकार बताया. साथ ही कहा कि पंचायती राज चुनाव में ये पहला मौका है, जब सत्ता पक्ष को ठुकराते हुए विपक्ष को बड़े पैमाने पर जनादेश मिला. इस दौरान उन्होंने सीएम पर चुटकी लेते हुए कहा कि उनके नाम पर फिल्म बननी चाहिए, गहलोत जी तुमसे नहीं हो पाएगा.
'राजस्थान के मुख्यमंत्री पर एक फिल्म बननी चाहिए' प्रदेश के 21 जिलों में जिला परिषद और पंचायत समितियों के चुनाव में सत्तारूढ़ दल पर विपक्ष भारी पड़ा. लंबे समय से चले आ रहे मिथक को तोड़ कर बीजेपी ने विपक्ष में रहते हुए इन चुनावों में बाजी मारी. शनिवार को सतीश पूनिया ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. 17 दिसंबर को कांग्रेस के सत्ता में 2 साल पूरे हो जाएंगे, इस पर उन्होंने कहा कि राजस्थान के इतिहास में इतनी अराजक, भ्रष्ट और निकम्मी सरकार नहीं हो सकती जो राजस्थान की जनता को झूठ बोलकर सत्ता पर काबिज हुई.
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पंचायती राज चुनाव में पहली बार विपक्ष को मिला बड़ा जनादेश
पूनिया ने कहा कि पंचायती राज चुनाव में पहली बार विपक्षी दल को इतना बड़ा जनादेश मिला है. इस जनादेश को स्वीकार करने के बजाय सीएम इसका अपमान कर रहे हैं. बीजेपी को 21 जिलों में से 14 जिलों में जीत मिली है. सत्तारूढ़ पार्टी को पहली बार चुनाव में बढ़त नहीं मिली. इन चुनावों में साफ हो गया कि किसान ने बीजेपी का समर्थन किया है.
पूनिया ने कांग्रेस आलाकमान पर साधा निशाना
सतीश पूनिया ने सीएम अशोक गहलोत पर चुटकी लेते हुए कहा कि उनके नाम पर फिल्म बननी चाहिए 'गहलोत जी तुमसे नहीं हो पाएगा'. उन्होंने कांग्रेस के आलाकमान पर भी निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी ट्विटर पर पार्टी चलाते हैं. उन्होंने कहा कि लाखों बेरोजगार अभी भी भर्तियां निकलने का इंतजार कर रहे हैं और कांग्रेस बीजेपी पर सरकार गिराने का आरोप लगा रही है, लेकिन महेंद्रजीत सिंह मालवीय का वीडियो अपने आप में बहुत कुछ कहता है.
निकाय चुनाव को लेकर पूनिया का बयान...
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि ग्रासरूट के चुनाव में बहुत से लोग निर्दलीय लड़ते हैं. इसमें दलबदल का कानून नहीं है, इसलिए सहूलियत है. निकाय चुनाव में भी बड़ी संख्या में निर्दलीय जीते हैं, जिनकी पृष्ठभूमि अलग-अलग विचारधारा की होती है. लेकिन वो परिस्थिति के हिसाब से जुड़ सकते हैं.
'हनुमान बेनीवाल की पार्टी एक क्षेत्रीय पार्टी'
हनुमान बेनीवाल के पार्टी से जुड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह एक क्षेत्रीय पार्टी है और उनका काम करने का अपना अलग तरीका है. उन्होंने कहा कि हमारे साथ कोई जुड़ना चाहेगा और आना चाहेगा तो हम उसका स्वागत करेंगे. अभी काफी लोग ऐसे हैं जिन्होंने पार्टी से जुड़ने की इच्छा जाहिर की है वो समय पर पता लग जाएगा.
डूंगरपुर में भाजपा और कांग्रेस का गठबंधन...
डूंगरपुर में बने चुनावी समीकरण पर सतीश पूनिया ने कहा कि छोटे चुनाव में स्थानीय समूह के समीकरण, वहां की इकाई क्या सोचती है और उनकी डिमांड क्या है, इस आधार पर फैसले लिए जाते हैं. इसलिए पार्टी की स्टेट वाइज कोई पॉलिसी नहीं थी, राजनीतिक परिस्थितियों के आधार पर जो फैसला उचित लगा उसमें दखल अंदाजी नहीं की गई.