जयपुर.प्रदेश में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के शासन में करीब 23 हजार शिक्षकों की तृतीय श्रेणी पातेय वेतन के रूप में भर्ती की गई, जिसमें से अभी तक करीब 5 हजार पातेय वेतन शिक्षकों को पदोन्नति लाभ नहीं मिलने से सामाजिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचने का घोतक है. इनसे बाद में भर्ती अन्य विषयों के कनिष्ठ शिक्षकों की पदोन्नति पर इनको लाभ से वंचित रखने से सभी शिक्षकों में असंतोष व्याप्त है. इसके लिए शीघ्र ही महासंघ के साथ पातेय वेतन शिक्षक संघर्ष समिति का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिलेगा.
प्रदेशाध्यक्ष रामस्वरूप मीणा ने बताया कि महासंघ राज्य सरकार से मांग करता है कि पदोन्नति देते समय समान पदोन्नति नियमावली 'वरिष्ठता सह योग्यता 1971' को समान रूप से लागू किया जाए. वहीं, योग्यता से वरिष्ठता पदोन्नति नियमावली को शीघ्र हटाया जाए. ताकि तृतीय श्रेणी से द्वितीय श्रेणी शिक्षकों की वरिष्ठता सूची मंडल से बनाई जा रही है, उसी के अनुसार पदोन्नति की जाए.