डूंगरपुर. मॉडिफाइड लॉकडाउन के बाद से शुरू हुए मनरेगा कार्यों से जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में मजदूर वर्ग को बड़ी राहत मिली है. सरकार के आदेशों के बाद जिले में मनरेगा के कार्यों को मंजूरी मिली है. जिसके बाद अब तक 97 हजार से ज्यादा श्रमिकों को रोजगार मुहैया करवाया गया है. हालांकि, कार्यस्थलों पर भी कोरोना वायरस से बचाव को लेकर सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क की पालना कार्रवाई जा रही है.
कोरोना वायरस की महामारी के बाद से ही देश और प्रदेश में कामधंधे ठप्प हो चुके हैं. लॉकडाउन के कारण लोगों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है. जबकि जिले में 80 प्रतिशत से ज्यादा मजदूर वर्ग है. जो मनरेगा के तहत होनेवाले काम से ही अपने परिवार के लिए रोटी का इंतजाम करते हैं. पिछले दिनों राज्य सरकार ने मॉडिफाइड लॉकडाउन लागू कर दिया. इसी के साथ सरकार ने प्रदेश में मनरेगा के कार्यों को शुरू करने की अनुमति भी दे दी.
जिला कलेक्टर कानाराम ने बताया कि सरकार के आदेशों के तहत जिले में मजदूर वर्ग को जरूरत के अनुसार काम मुहैया करवाने के लिए मनरेगा के कार्य शुरू कर दिए हैं. मनरेगा के कार्यो के लिए कार्यादेश के साथ ही काम करनेवाले मजदूरों की नाम की सूची जारी कर दी गई है. वहीं जिला परिषद के सीईओ दीपेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि जिले में 1 लाख श्रमिकों को नियोजित करने का लक्ष्य रखा गया था. उसके मुकाबले एक सप्ताह में ही 97 हजार से ज्यादा श्रमिकों को रोजगार मुहैया करवाया गया है. जरूरत के अनुसार अलग-अलग कार्यों की स्वीकृति भी जारी की गई है.