FASTag : आज से कैशलेन बंद, राजस्थान में अभी भी 12 फीसदी वाहन बिना फास्टैग के
अगर आपने अब तक वाहन पर फास्टैग नहीं लगाया है, तो आपकी परेशान बढ़ सकती है, क्योंकि रात 12 बजे से देशभर के सभी टोल प्लाजा पर कैशलेन बंद हो गए हैं. वहीं राजस्थान से अच्छी खबर ये है कि करीब 88 फीसदी लोग फास्टैग से ही भुगतान कर रहे हैं.
88 फीसदी राजस्थान में फास्टैग का उपयोग
By
Published : Feb 16, 2021, 7:48 AM IST
|
Updated : Feb 16, 2021, 8:24 AM IST
जयपुर.यदि आपने अभी तक अपने वाहन पर फास्टैग नहीं लगवाया है तो जरूर लगवा लें क्योंकि सोमवार से NHAI ने सभी कैशलेन को बंद कर दिया है. अब टोल प्लाजा से निकलने के लिए वाहनों पर फास्टैग होना अनिवार्य है. यदि कोई गाड़ी बिना फास्टैग के वाहन टोल से निकलती है तो उससे दोगुना जुर्माना वसूला जाएगा.
88 फीसदी राजस्थान में फास्टैग का उपयोग
अच्छी बात यह है कि प्रदेश के करीब 88 फीसदी लोगों की ओर से फास्टैग से भुगतान किया जा रहा है लेकिन करीब 12 फीसदी लोग अभी भी ऐसे हैं. जिन्होंने अपने वाहन में फास्टैग नहीं लगवा रखा है. ऐसे में अब वाहन चलाने वाले सभी लोगों को फास्टैग लगाना भी अनिवार्य हो गया है.
राजस्थान के किस जोन में कितने वाहन फास्टैग का उपयोग कर रहे हैं और कितने वाहन कैशलेन से निकल रहे हैं
रीजन
फास्टैग
कैशलेन
अजमेर
66930
13344
बाड़मेर
4441
3097
बीकानेर
9140
3795
चित्तौड़गढ़
41403
13946
दौसा
57706
20070
जयपुर
140972
23129
जोधपुर
59946
13685
कोटा
17573
5435
सवाईमाधोपुर
5283
28063
सीकर
27324
33703
उदयपुर
44810
544462
राजस्थान में कुल है 89 टोल नाके
NHAI से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राजस्थान के अंतर्गत एनएचएआई के कुल 89 टोल नाके हैं. उनसे रोजाना लाखों वाहन निकलते है. ऐसे में सबसे ज्यादा वाहन की बात की जाए तो सबसे ज्यादा वाहन जयपुर टोल नाके से निकलते हैं. उसके बाद दोसा टोल नाके से भी सबसे ज्यादा वाहन निकलते हैं.
फास्टैग पर भी लगने लगा जाम
बता दें कि प्रदेश के अंतर्गत 88 फीसदी वाहन अभी फास्टैग से भुगतान कर रहे हैं. ऐसे में फास्टैग लेन पर अब वाहनों का भार बढ़ने लग गया है. एनएचआई की अव्यवस्था के कारण फास्टैग लेन पर भी जाम लगने लगा है. यहां पर कई टोल पर फास्टैग काम नहीं कर रहे हैं. आगरा रोड के बस्सी और सिकंदरा टोल नाकों पर कई बार 2 किलोमीटर लंबी कतारें लग जाती हैं.
जानिए कहां-कहां से मिल सकता है फास्टैग
शहर के सभी पेट्रोल पंप पर फास्टैग उपलब्ध कराया जा रहा है. जिससे पेट्रोल भरवाने के लिए आने वाले लोगों के साथ अन्य लोगों को फास्टैग आसानी से मिल सकेगा. पेट्रोलियम कंपनियां भी अपने ग्राहकों को आसानी से फास्टैग उपलब्ध कराने के लिए शहर और बाहरी पेट्रोल पंपों पर देने की व्यवस्था कर रही है.
इसके साथ ही, फास्टैग कार्ड लगवाने के लिए टोल प्लाजा के काउंटर के अलावा एसबीआई, आईसीआईसीआई, आईएफएससी, एचडीएफसी और आईएचएमसीएल को अधिकृत किया गया है. इसके साथ ही ऑनलाइन एप में पेटीएम फास्टैग और अमेजन पर पर भी आवेदन कर सकते हैं. फास्टैग के लिए गाड़ी की आरसी गाड़ी मालिक का पासपोर्ट साइज फोटो आईडी प्रूफ और एड्रेस प्रूफ की कॉपी देना अनिवार्य है.
कम से कम ₹100 का कराना होगा रिचार्ज
फास्टैग कार्ड में कम से कम 100 और अधिकतम कितने का भी रिचार्ज डलवा सकते हैं. कार्ड खराब होने पर 100 रुपए में नया कार्ड भी दोबारा से खरीदा जा सकता है. अपने घर से रोज अप डाउन करने वाले स्थानीय लोगों के लिए निजी वाहनों का मासिक पास पहले की तरह केवल 235 रुपए का कार्ड बनेगा. कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि फास्टैग योजना से समय की बचत होने के साथ ही राष्ट्रीय राजमार्गों पर यातायात सुगम और सुरक्षित हो जाएगा.